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आज से बदल गए दिल्ली में ड्राइविंग टेस्ट के नियम, जानें

अगर आप ड्राइविंग लाइसेंस बनाने जा रहे हैं तो अब टेस्ट देने में आसानी होगी। डीएल टेस्ट के दौरान गाड़ी बैक करते वक्त पीली रेखा छूने पर अब फेल नहीं माना जाएगा। पहले ड्राइविंग टेस्ट में फेल होने की यह सबसे बड़ी वजह बन रहा था। दरअसल, परिवहन विभाग ने ड्राइविंग टेस्ट से जुड़े कुछ नियमों में बदलाव करते हुए समय बढ़ा दिया है। साथ ही गाड़ी को बैक करने और रोकने के नियमों में भी बदलाव किया है, जिससे बड़ी संख्या में ड्राइविंग लाइसेंस बनाने वाले नए लोगों को फायदा होगा।

कमेटी की सिफारिश के आधार पर लिए गए फैसले सोमवार (आज) से लागू हो जाएंगे। अभी तक गाड़ी को बैक करने के लिए 180 सेकंड का समय दिया जाता था, जिसे बढ़ाकर अब 200 सेकंड कर दिया गया। गाड़ी बैक करते समय वाहन के पीली रेखा को छू जाने पर चालक को फेल नहीं मना जाएगा। हालांकि, पूर्व की तरह रेड लाइट को छूने पर फेल माना जाएगा।
बदलाव क्यों: 50 से 60 फीसदी नहीं हो रहे थे पास
परिवहन विभाग के अधिकारियों को कहना है कि मौजूदा समय में पहली बार ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के लिए टेस्ट देने वाले अधिकतर लोग फेल हो जाते हैं। क्योंकि, ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक पर लगे सेंसर पीली रेखा पर भी वाहन के पहुंचने पर उसे रीड कर लेते हैं, जिसके बाद वह चालक को टेस्ट में स्वयं फेल कर देता है। विभाग का मानना है कि 50 से 60 फीसदी लोग टेस्ट के दौरान इसी वजह से फेल हो जाते थे। बदलाव के बाद पीली रेखा पर पहुंचने पर व्यक्ति फेल नहीं किया होगा।
नियमों में किए गए ये अहम बदलाव
जेब्रा, ओवरटेक, रेडलाइट
पूर्व की तरह 45 सेकंड का समय मिलेगा, लेकिन पीली लाइन पर फेल नहीं। रेड लाइट को टच करने पर फेल।
पार्किंग का समय बढ़ा
120 सेकंड से बढ़ाकर समय को 150 सेकंड किया गया। पीली लाइन को छूने पर फेल नहीं होंगे, लेकिन रेड लाइट को छूने पर फेल।
8 के आकार में गाड़ी चलाना
पूर्व की तरह 90 सेकंड का समय दिया जाएगा। वाहन के पीली लाइन को टच करने पर फेल नहीं माना जाएगा। रेड लाइट और किनारे से टच होने पर फेल।
ढाल की लंबाई बढ़ी
अभी तक ढलान की लंबाई 12 इंच थी जिसे बढ़ाकर अब 18 इंच कर दिया गया है, लेकिन समय पहले की तरह 90 सेकंड का ही मिलेगा।
दोपहिया वाहन चालक टेक सकेंगे पैर
अभी तक दो पहिया वाहन के लिए ड्राइविंग टेस्ट के दौरान पैर टेकने पर फेल मान लिया जाता था लेकिन अब पैर टेकने की अनुमित होगी। अंतिम सर्किल की चौड़ाई को पहले दो सर्किल के बराबर बनाया जाएगा।

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