उत्तर प्रदेश

प्रदेश में 90 प्रतिशत सहकारी समितियों में वार्षिक सामान्य निकाये की बैठकें सम्पन्न: मुकुट बिहारी वर्मा

लखनऊ: प्रदेश के सहकारिता मंत्री श्री मुकुट बिहारी वर्मा ने कहा कि प्रदेश की सभी सहकारी संस्थाये सहकारिता की भावना का पालन करते हुए सहकारी आन्दोलन को और अधिक सशक्त एवं प्रभावशाली बनाने में अपनी रचनात्मक भूमिका का निर्वहन करें। उत्तर प्रदेश में सहकारिता आन्दोलन का एक गौरवशाली इतिहास रहा है। गांव, गरीब, किसान के चेहरे पर मुस्कान लाना ही सहकारिता का उद्देश्य है। सहकारिता के माध्यम से किसानों को खाद, बीज, कीटनाशक दवायें आदि उपलब्ध करायी जा रही हैं। ग्रामवासियों के उत्थान एवं सर्वांगीण विकास के लिए सहकारिता एक बेहतर माध्यम है। सहकारिता आन्दोलन के माध्यम से गांव, गरीब, किसान का विकास हो रहा है। सहकारिता विभाग निरन्तर प्रगति की ओर अग्रसर है। प्रदेश में 90 प्रतिशत सहकारी समितियों में वार्षिक सामान्य निकाय की बैठकें सम्पन्न हो गयी हैं, शेष सहकारी समितियों में शीघ्र ही करायी जायेंगी।

ये बातें सहकारिता मंत्री श्री वर्मा ने आज यहां सहकारिता भवन के पी0सी0यू0 सभागार में उ0प्र0 सहकारी जूट एवं कृषि विकास संघ लि0 (जेफेड) की वार्षिक सामान्य निकाय की बैठक में कही। उन्होंने कहा कि उ0प्र0 सहकारी जूट एवं कृषि विकास संघ लि0 की स्थापना वर्ष 1966 में हुई थी। इस संघ का मुख्य व्यवसाय जूट एवं सन की उपज का क्रय-विक्रय, प्रक्रिया एवं भण्डारण करना रहा है। यह संघ जूट निर्मित वस्तुओं यथा बोरे, बैग्स आदि का क्रय कर सहकारी संस्थाओं में आपूर्ति कर अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार करने के लिए अग्रसर है।

श्री वर्मा ने कहा कि वर्ष 2018-19 में इस संघ द्वारा जनपद लखीमपुर खीरी में 01, सीतापुर में 01 एवं पूरनपुर पीलीभीत में 01 फुटकर उर्वरक बिक्री केन्द्र संचालित किये जा रहे है। चालू वित्तीय वर्ष में 205 लाख रुपये लक्ष्य के सापेक्ष दिसम्बर, 2018 तक 208.85 लाख रुपये की उर्वरक बिक्री की गई है। वर्ष 2019-20 में इन केन्द्रों के माध्यम से 220 लाख रुपये की उर्वरक बिक्री किये जाने का लक्ष्य निर्धारित है।

इस अवसर पर उ0प्र0 सहकारी जूट एवं कृषि विकास संघ लि0 के प्रबन्ध निदेशक श्रीकान्त गोस्वामी ने बताया कि संस्था द्वारा जूट व्यवसाय, उर्वरक बिक्री, उर्वरक परिवहन, उर्वरक भण्डारण, रैक हैण्डलिंग तथा बीज उत्पादन (गेहूँ) सहित अन्य विभिन्न कार्य किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जनपद सीतापुर एवं पीलीभीत में उन्नतशील प्रमाणित गेहूँ बीजों के उत्पादन का कार्य सफलतापूर्वक सम्पादित किया जा रहा है। वर्ष 2018-19 हेतु संघ द्वारा 1400 मै0टन गेहूँ बीज उत्पादन, विधायन एवं सहकारी समितियों के माध्यम से वितरण के लक्ष्य के सापेक्ष 579.00 मै0टन गेहूँ बीज उत्पादन एवं विधायन के उपरान्त तैयार किया गया जिसका वितरण एवं प्रेषण जनपद खीरी, सीतापुर, शाहजहांपुर, पीलीभीत एवं बहराइच में किया गया है। वर्ष 2019-20 हेतु 900 मै0टन गेहूँ बीज उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि लखनऊ एवं बरेली मण्डल के समस्त जनपदों में वर्ष 2019-20 में उन्नतशील प्रमाणित गेहूँ बीजों की आपूर्ति कराया जाना प्रस्तावित है। संघ द्वारा बरेली व लखनऊ मण्डल के सभी जनपदों में इफको उर्वरकों के भण्डारण हेतु आरक्षण प्राप्त कर कार्य आरम्भ किया जायेगा।

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