उत्तर प्रदेश

फैकल्टी और सीनियर रेजीडेंट ने ली राहत की सांस

राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा स्नातकोत्तर (नीट पीजी) की काउंसिलिग में देरी के विरोध में जीएसवीएम मेडिकल कालेज के जूनियर रेजीडेंट (जेआर) की हड़ताल स्थगित होने पर शुक्रवार को क्लीनिकल विभागों की फैकल्टी और सीनियर रेजीडेंट (एसआर) ने राहत की सांस ली है। शुक्रवार को एलएलआर (हैलट) एवं संबद्ध अस्पतालों की ओपीडी में पर्चे भी बने और मरीज भी देखे गए। पूर्व की भांति दूर-दराज से मरीज इलाज के लिए नहीं आए। शनिवार से रूटीन के आपरेशन भी किए जाएंगे।

एलएलआर अस्पताल के ओपीडी ब्लाक में पिछले 13 दिनों से पसरा सन्नाटा शुक्रवार सुबह टूट गया। पंजीकरण काउंटर से लेकर ओपीडी में डाक्टरों के कक्ष के बाहर मरीजों व उनके तीमारदारों की चहल-पहल रही। न्यूरो सर्जरी, मेडिसिन, सर्जरी, नाक-कान गला, त्वचा रोग, नेत्र रोग, बाल रोग और दंत रोग की ओपीडी में फैकल्टी यानी कंसलटेंट व एसआर के साथ जेआर भी मरीजों का चेकअप को देखते नजर आए।

पूर्व परीक्षण न होने से आपरेशन नहीं

जनरल सर्जरी के विभागाध्यक्ष प्रो. जीडी यादव ने बताया कि मरीजों का पूर्व परीक्षण न होने की वजह से शुक्रवार को आपरेशन नहीं हो सके। ओपीडी में शुक्रवार जेआर हड़ताल से वापस आ गए हैं। ओपीडी से मरीजों को भर्ती भी किया गया है। शनिवार को आठ सर्जरी प्लान की गई है।

अस्पताल की ओपीडी में शुक्रवार को 1550 मरीज देखे गए हैं। ओपीडी के पंजीकरण काउंटर से आनलाइन 1495 मरीज पर्चे बनवाने के बाद दिखाए, जबकि 55 पुराने मरीज दिखाने पहुंचे थे। शनिवार से सभी सर्जिकल विभागों में मरीजों के आपरेशन शुरू हो जाएंगे।

– प्रो. आरके मौर्या, प्रमुख अधीक्षक, एलएलआर अस्पताल।

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