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बच्चों के लिए कैसे बनाएं इंटरनेट सेफ, इन सेफ्टी फीचर को आन करते ही आप रहेंगे टेंशन फ्री

नई दिल्ली । आनलाइन क्लास हो या फिर होमवर्क, कोरोना काल में बच्चों की इंटरनेट गतिविधियां कहीं अधिक बढ़ गई हैं। आज के दौर में उन्हें इंटरनेट से पूरी तरह दूर भी नहीं रख सकते, मगर यह भी प्रयास करना होगा कि बच्चे सेफ तरीके से ब्राउजिंग कर सकें। इंटरनेट पर साइबरबुलिंग के साथ-साथ अनुचित कंटेंट से भी बच्चों को बड़ा खतरा है। जानें कैसे बच्चे इंटरनेट पर सेफ ब्राउजिंग कर सकते हैं।

मोजिला फायरफाक्स को करें सेफ मोड में सेट

यदि आपके आपरेटिंग सिस्टम में पहले से ही पैरेंटल कंट्रोल फीचर आन है, तो फिर मोजिला फायरफाक्स ब्राउजर को सेफ मोड पर सेट करना एक बेहतर तरीका हो सकता है। इसके लिए आपको बहुत कुछ करने की जरूरत नहीं है। बस पेज के दायीं ओर तीन बार वाले विकल्प पर क्लिक करें। आपको ड्राप-डाउन मेन्यू दिखाई देगा। यहां ‘आप्शन’ को चुनें और प्राइवेसी ऐंड सिक्योरिटी सेटिंग्स पर जाएं। यहां पर सेफ्टी फीचर्स को आन कर दें। इसके बाद यह स्वचालित तरीके से अवांछित कंटेंट को फिल्टर कर देता है।

गूगल क्रोम

सिस्टम पर गूगल क्रोम का उपयोग कर रहे हैं, तो यहां भी गूगल सेफ सर्च का विकल्प है। अगर गूगल क्रोम डिफाल्ट ब्राउजर के रूप में सेट है, तो गूगल सेटिंग्स में जाएं और प्राइवेसी सेटिंग पर क्लिक करें। यहां सेफ सर्च फिल्टर पर क्लिक करना होगा। आपको बता दें कि सेफ सर्च को लाक भी कर सकते हैं। यदि आपने एंड्रायड फोन को अपने लैपटाप व अन्य डिवाइस से लिंक किया है, तो सभी डिवाइस पर फिल्टर लागू हो जाएंगे। हालांकि अपनी डिवाइस पर अनुचित सामग्री को पूरी तरह से ब्लाक करने के लिए कुछ एप्स की भी मदद ले सकते हैं। क्रोम में अनुचित सामग्री को ब्लाक करने का एक अन्य तरीका है- कंटेंट सेटिंग्स। इसकी मदद से आपके लिए यह सेट करना आसान हो जाएगा कि सर्च में कौन-सी वेबसाइट दिखे और कौन नहीं।

इंटरनेट एक्सप्लोरर

माइक्रोसाफ्ट के इंटरनेट एक्सप्लोरर पर कई ऐसी सुविधाएं हैं, जो पैरेंट्स को सामग्री नियंत्रित करने में मदद करती हैं। एक बार जब आप सर्च इंजन ओपन कर लेते हैं, तो इंटरनेट आप्शन वाले सेक्शन में जाएं और कंटेंट एडवाइजर को एक्टिवेट करें। जब आप ऐसा कर लेते हैं, तो इसमें आपको ब्लाक करने के लिए कई विकल्प मिलते हैं। आप इसमें से चुन सकते हैं कि किस सामग्री को ब्लाक करना है। आप चाहें, तो एक्सप्लोरर ब्राउजर से पैरेंट्ल कंट्रोल फीचर को भी जोड़ सकते हैं।

सेफ ब्राउजिंग

इंटरनेट पर अनुचित कंटेंट से बच्चों को दूर रखने के लिए खास ब्राउजर का उपयोग किया जा सकता है। अच्छी बात यह है कि इन ब्राउजर्स को बच्चों को ध्यान में रखकर ही डेवलप किया गया है। इनमें किडल, किडजू, आस्क किड्स, किडओज, किडरैक्स, किड्जसर्च आदि शामिल हैं।

जरूरी है एकाउंट की निगरानी

  1. पैरेंट्स बच्चों के एकाउंट पर नजर रखें। साथ ही, बच्चे जिस कंप्यूटर या मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे हैं, उसकी ब्राउजर हिस्ट्री को भी देखते रहें कि वह क्या सर्च कर रहा है।
  2. बच्चों के मोबाइल और पीसी पर हमेशा एंटीवायरस को अपडेट रखें।
  3. सिक्योरिटी अपडेट को भी नजरअंदाज न करें।

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