उत्तर प्रदेश

विकास का कोई विकल्प नहीं होता: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

लखनऊउत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि राज्य सरकार समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को ध्यान में रखकर योजनाएं संचालित कर रही है। केन्द्र व राज्य सरकार ने गरीबांे के हित में अनेक योजनाएं लागू की हैं। प्रदेश सरकार बिना भेदभाव जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने हेतु निरन्तर कार्य कर रही है।

मुख्यमंत्री जी आज गोरखपुर के नुमाइश ग्राउण्ड मंे दिव्यांगजन को कृत्रिम अंग/सहायक उपकरणों के वितरण, वृद्धजन, निराश्रित महिलाओं तथा दिव्यांगजन को पेंशन स्वीकृति पत्र के वितरण, कम्बल वितरण एवं विभिन्न विकास कार्यांे के शिलान्यास/लोकार्पण हेतु आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।

मुख्यमंत्री जी ने 923 लाख रुपये की कुल लागत की 112 परियोजनाओं का शिलान्यास करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि कार्य गुणवत्तायुक्त एवं समयबद्ध ढंग से पूर्ण किये जाए। उन्हांेने 68 प्राथमिक तथा उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 75.7294 लाख रुपये की धनराशि से स्थापित 2473 डेस्क/बेंच एवं 1.75 लाख रुपये की धनराशि से 04 प्राथमिक विद्यालयों में निर्मित 05 शौचालयों का लोकार्पण भी किया। इस अवसर पर 4500 गरीब असहायों को कम्बल भी वितरित किये गये।

इस अवसर पर नई पेंशन के कुल 31,549 स्वीकृति पत्र वितरित किये गये। इसके अन्तर्गत 19,330 वृद्धावस्था पेंशन, 10,694 निराश्रित/विधवा पेंशन तथा 1,525 दिव्यांग पेंशन के स्वीकृति पत्र लाभार्थियांे को प्रदान किये गये। साथ ही, दिव्यांगजन को 1,990 कृत्रिम अंग/सहायक उपकरण भी वितरित किये गये। इनमें से लगभग 20 लाभार्थियों को मुख्यमंत्री जी ने स्वयं स्वीकृति पत्र एंव उपकरण वितरित किये। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री जी ने शादी अनुदान योजना के अन्तर्गत अनुसूचित जाति के 366, सामान्य वर्ग के 56 एवं पिछड़ा वर्ग के 930 लाभार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किये।

मुख्यमंत्री जी ने बताया कि जनपद में अभी तक 69,604 वृद्धावस्था पेंशन, 45,836 निराश्रित विधवा पेंशन तथा 22,797 दिव्यांग पेंशन से पात्र लोग लाभान्वित हो रहे थे। इसके अलावा 31,549 नये लाभार्थियों को विभिन्न पेंशनों से आच्छादित करने हेतु आज स्वीकृति पत्र वितरित किये गये हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कोई भी पात्र लाभार्थी पेंशन योजना से वंचित नहीं होना चाहिए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि दिव्यांगजन को कृत्रिम अंग उपलब्ध कराने हेतु शिविरों का भी आयोजन किया गया था। पहली बार एक साथ गोरखपुर में 140 दिव्यांगजन को मोटराइज़्ड ट्राईसाइकिल, 300 ट्राइसाइकिल, 200 व्हीलचेयर, 400 बैसाखी, 50 ब्लाइन्ड छड़ी, 400 कान की मशीन, 500 कृत्रिम अंग उपलब्ध कराये गये हैं। इस अवसर पर उन्होंने विधायकों एवं जन प्रतिनिधियों से भी अपेक्षा की कि वे भी दिव्यांगजन को कृत्रिम अंग/सहायक उपकरण उपलब्ध कराने में अपनी निधि से सहायता करें।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विकास का कोई विकल्प नहीं होता। प्रदेश सरकार समभाव से विकास योजनाओं का लाभ सभी को उपलब्ध करा रही है। जब शासकीय योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचेगा तभी समाज सुखी और समृद्ध होगा। आम आदमी के जीवन में खुशहाली लाने के लिए प्रदेश सरकार ने अनेक जन कल्याणकारी योजनाएं संचालित की हंै।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गोरखपुर बदल रहा है, यहां एक अत्याधुनिक प्राणि उद्यान की स्थापना की गयी है जिसका कार्य शीघ्र ही पूर्ण होगा। इसके अतिरिक्त यहां एक अत्याधुनिक वाटर स्पोटर््स काॅम्प्लैक्स तथा प्रेक्षागृह की स्थापना की जा रही है जिसका कार्य तेजी से पूर्ण करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये गये हैं। आने वाले समय में रामगढ़ताल उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख पर्यटन केन्द्र बनेगा। विकास की योजनाएं गोरखपुर को एक अलग पहचान दिलायेगी।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यहां एम्स की स्थापना की जा रही है। वर्ष 2020 तक एम्स की ओ.पी.डी. प्रारम्भ हो जायेगी जिससे स्वास्थ्य सेवा में बेहतरी होगी। आम नागरिक की बेहतर चिकित्सा के लिए बी0आर0डी0 मेडिकल कालेज में व्यापक परिवर्तन कर अनेक स्वास्थ सुविधाएं उपलब्ध करायी गयी हैं। गोरखपुर से नेपाल, महराजगंज, कुशीनगर, देवरिया, वाराणसी आदि को फोरलेन मार्ग से तथा विभिन्न महानगरों को वायु सेवा से भी जोड़ा जा रहा है। विगत 26 वर्षांे से बन्द चल रहा फर्टिलाइजर कारखाना आगामी 2 वर्षाें में चालू हो जायेगा जिससे किसानों को खाद की उपलब्धता के साथ-साथ हजारों नौजवानों को रोजगार मिलेगा।

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