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देश भर में 21 ईएसआईसी अस्पतालों को 2400 आइसोलेशन बेड की सुविधा के साथ समर्पित कोविड-19 अस्पतालों में बदला गया: संतोष गंगवार

नई दिल्ली: केंद्रीय श्रम और रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री संतोष कुमार गंगवार और हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर ने कल दिल्ली स्थित हरियाणा भवन से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से फरीदाबाद में ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में प्लाज्मा बैंक का उद्घाटन किया।

इस अवसर पर अपने संबोधन के दौरान श्री गंगवार ने बताया कि कोविड-19 रोगियों के इलाज के संदर्भ में प्लाज्मा बैंक एक बहुत ही महत्वपूर्ण सुविधा है।

श्री गंगवार ने कहा कि इस संकटपूर्ण कोविड स्थिति में देश भर में 21 ईएसआईसी अस्पतालों को समर्पित कोविड-19 अस्पतालों में परिवर्तित किया गया है। इन अस्पतालों में 2400 से अधिक आइसोलेशन बेड, 200 वेंटिलेटर के साथ 550 आईसीयू / एचडीयू बेड भी उपलब्ध कराए गए हैं। चार ईएसआईसी अस्पतालों अलवर (राजस्थान),बिहटा,पटना (बिहार),गुलबर्ग (कर्नाटक) और कोरबा (छत्तीसगढ़) में आइसोलेशन सुविधा (लगभग 1300 बेड) को बहाल किया गया है। इसके अलावा,फरीदाबाद (हरियाणा), बसईदारापुर (नई दिल्ली) और सनथनगर(हैदराबाद) के ईएसआईसी अस्पतालों में कोविड-19 परीक्षण सुविधा उपलब्ध कराई गई है। कोविड-19 के गंभीर रोगियों के इलाज के लिए फरीदाबाद और सनथनगर,हैदराबाद के ईएसआईसी अस्पताल में प्लाज्मा थेरेपी भी दी जा रही है। श्री गंगवार ने अपने मंत्रालय के अधीन ईएसआईसी संगठन द्वारा कोविड-19 से निपटने के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि ईएसआईसी भारत में अपने बीमित सदस्यों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए शुरू से ही लगातार काम कर रहा है। स्थापना से आज तक पिछले 67 वर्षों की अपनी यात्रा में ईएसआईसी की सेवाओं का 722 में से 566 जिलों में विस्तार किया गया है। आज की तारीख में लगभग 12 करोड़ लाभार्थी ईएसआई सुविधाएं प्राप्त कर रहे हैं।

हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर ने कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए हरियाणा सरकार के प्रयासों के बारे में की जानकारी दी। उन्होंने हरियाणा में तीन विभिन्न स्थानों पंचकूला,रोहतक और गुरुग्राम में प्लाज्मा थेरेपी शुरू करने के बारे में भी जानकारी दी। अंत में,अपने भाषण का समापन करते हुए श्री खट्टर ने कोविड बीमारी से ठीक हो चुके लोगों से अपील की कि वे आगे आएं और दूसरे लोगों के जीवन को बचाने के लिए अपने प्लाज्मा का दान करें।

इम्यूनोमैटोलॉजी एंड ब्लड ट्रांसफ्यूजन डिपार्टमेंट, ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, फरीदाबाद ने 20 मई 2020 को भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद की अनुमति से प्लैसिड ट्रायल के तहत कॉनवैलेसेंट प्लाज्मा थेरेपी शुरू की। पहला प्लाज्माहरण (प्लैज़्मफेरिसिस) 2 जून 2020 को किया गया था और अब तक ऐसी 25 से अधिक प्रक्रियाएं की जा चुकी हैं। पहला प्लाज्मा थेरेपी 8 जून 2020 को की गई थी और अब तक कुल 35 रोगियों को प्लाज्मा थेरेपी दी जा चुकी है।

इम्यूनोमैटोलॉजी एंड ब्लड ट्रांसफ्यूजन डिपार्टमेंट, ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल,फरीदाबादएक समय में 400 यूनिट की भंडारण क्षमता के साथ सभी आवश्यक उपकरणों और श्रम शक्ति से पूरी तरह से लैश है और इसे प्लाज्माहरण (प्लैज़्मफेरिसिस) के लिए भारतीय औषधि महानियंत्रक (ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया) से वैध लाइसेंस प्राप्त है। यह अस्पताल प्रति दिन 30 प्लाज्माहरण प्रक्रियाओं का संचालन करने में सक्षम है जिसमें तीन समर्पित एफेरेसिस मशीनें पहले से ही चौबीसों घंटे काम कर रही हैं। कोविड मामलों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर कॉनवैलेसेंट प्लाज्मा महत्वपूर्ण है।

हरियाणा के कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज, फरीदाबाद आईसीयू बेड के साथ 540 बेड वाला एक समर्पित कोविड अस्पताल है। इसके अलावा,ईएसआईसी अस्पताल, फरीदाबाद (हरियाणा) में कोविड-19 परीक्षण सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। यह मेडिकल कॉलेज नवीनतम उपकरणों, वातानुकूलित कक्षाओं,प्रयोगशालाओं आदि से सुसज्जित है।

इस मेडिकल कॉलेज से जुड़ा अस्पताल यहां भर्ती मरीजों और बाह्य रोगियों के इलाज के विभागों के साथ केंद्रीकृत वातानुकूलित है और यहां विभिन्न विभागों के माध्यम से उपचार की सुविधा प्रदान की जाती है। यह अस्पताल ओपीडी, आईपीडी, वार्ड, इमरजेंसी, नैदानिक सेवाएं, ऑपरेशन थिएटर, आईसीयू, सीटी स्कैन, एमआरआई और बीमित व्यक्तियों और उनके आश्रितों के लिए कई सुविधाओं से लैस है। यह अस्पताल विशेष रूप से ईएसआई योजना के तहत बीमित व्यक्तियों और उनके परिवार के सदस्यों के हित में चलाया जाता है।

इस अवसर पर श्रम और रोजगार सचिव श्री हीरा लाल समारिया, ईएसआईसी की महानिदेशक सुश्री अनुराधा प्रसाद और श्रम एवं रोजगार मंत्रालय, ईएसआईसी और हरियाणा सरकार के कई अधिकारी भी मौजूद थे।

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