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केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री द्वारा विद्यार्थियों के अकादमिक कल्याण को सुनिश्चित करने की सलाह के अनुरूप केंद्रीय विद्यालय संगठन ने ऑनलाइन शिक्षण-अधिगम हेतु उठाए विभिन्न कदम

नई दिल्ली: कोरोना खतरे के बीच चल रहे लॉकडाउन में विद्यालय बंद होने के मद्देनजर केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने मंत्रालय के अधीन आने वाले स्वायत्त संस्थानों के प्रमुखों को निर्देश दिया था कि वे छात्रों के अकादमिक कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएं, तदनुसार केन्द्रीय विद्यालय संगठन ने अपने विद्यार्थियों को शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया से जोड़ने के लिए विभिन्न ऑनलाइन एवं डिजिटल माध्यमों को अपनाया है। के.वि.सं. ने अपने समस्त क्षेत्रीय कार्यालयों को निर्देश दिया है कि उन तमाम उपलब्ध संसाधनों का प्रयोग करें जिनका लाभ उठाया  जा सकता है और जिनसे विद्यार्थियों को शिक्षण प्रक्रिया से जुड़ने में मदद मिले।

के.वि.सं शिक्षकों की पहल

एक जिम्मेदार शिक्षक और मार्गदर्शक के तौर पर केन्द्रीय विद्यालय संगठन के तमाम शिक्षक कोविड-19 वैश्विक महामारी में लॉकडाउन को देखते हुए स्वयं आगे आए हैं और अपने विद्यार्थियों के साथ डिजिटल मंचों के माध्यम से संपर्क बनाया है, ताकि पढ़ाई का बहुमूल्य समय बचाया जा सके।

इन चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में केन्द्रीय विद्यालय संगठन ने समस्त प्राचार्यों के साथ कुछ कार्य बिंदु साझा किये हैं, ताकि उन्हें यथा संभव कार्यान्वित किया जा सके। इससे संगठन के समस्त शिक्षकों को अपने विद्यार्थियों के साथ डिजिटल माध्यमों से पढ़ाने का प्रोत्साहन मिलेगा। शिक्षकों द्वारा ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने के लिए एक आवश्यक प्रोटोकॉल भी तैयार किया गया है।

एनआईओएस मंच का प्रयोग

राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) द्वारा अपने स्वयंप्रभा पोर्टल पर आगामी 7 अप्रैल 2020 से प्रारंभ होने जा रहे सेकंड्री और सीनियर सेकंड्री कक्षाओं हेतु रिकॉर्डेड और लाइव कार्यक्रमों का ब्यौरा के.वि.सं. ने अपने समस्त क्षेत्रीय कार्यालयों के साथ साझा कर लिया है।

यह जानकारी समस्त विद्यालयों तक पहुंचा दी गई है ताकि शिक्षकों, विद्यार्थियों और अभिभावकों के बीच अधिक से अधिक प्रसारित हो सके। शिक्षकों को सलाह दी गई है कि वे अपने विद्यार्थियों के साथ ईमेल, व्हाट्सएप्प, एसएमएस इत्यादि के माध्यम से संपर्क बनाए रखें ताकि अधिक से अधिक विद्यार्थी इस कार्यक्रम का लाभ उठा सकें।

सीधे संवाद हेतु शिक्षकों को नामित किया

के.वि.सं. ने अपने कुछ चुनिंदा शिक्षकों को एनआईओएस द्वारा स्वयंप्रभा पोर्टल पर संचालित पाठ्यक्रमों हेतु लाइव सत्रों के लिए नामित किया है, ताकि वे स्काइप और लाइव वेब-चैट के माध्यम से विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं और शंकाओं का समाधान कर सकें। नामित शिक्षकों का ब्यौरा समस्त क्षेत्रीय कार्यालयों के साथ साझा कर लिया गया है।

ये नामित शिक्षक गण प्रातःकालीन सत्र में प्रसारित किये गये विषयों पर उसी दिन अतिरिक्त सामग्री/नोट्स तैयार करेंगे, ताकि लाइव सत्र के दौरान विद्यार्थियों की शंकाओं का समाधान हो सके और यदि शंकाएं नहीं आती हैं तो शिक्षक उस दिन के विषयों की पुनरावृत्ति कराएंगे या फिर पीपीटी या उपयुक्त शिक्षण सामग्री के माध्यम से विद्यार्थियों तक पहुंचाएंगे।

विभिन्न उपलब्ध संसाधनों का प्रयोग

एनआईओएस और एनसीईआरटी विषयों को ऑनलाइन पढ़ाने के साथ-साथ टीवी पर भी टेलीकास्ट कर रहे हैं। उनके विवरण निम्नवत हैं:

मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्स (मूक):

सेकंड्री और सीनियर सेकंड्री स्तर के सभी प्रमुख विषयों में एनआईओएस के पाठ्यक्रम मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्स पर उपलब्ध हैं, जिन्हें इस लिंक पर देखा जा सकता हैः https://swayam.gov.in/nc_details/NIOS

फ्री टू एयर डीटीएच चैनलः

डीटीएच चैनल नंबर 27 (पाणिनि)

https://www.swayamprabha.gov.in/index.php/program/current/27  (सेकंड्री)

डीटीएच चैनल नंबर 28 (शारदा)

https://www.swayamprabha.gov.in/index.php/channel_profile/profile/28 (सीनियर सेकंड्री)

यूट्यूब चैनलः

https://www.youtube.com/channel/UC1we0IrHSKyC7f30wE50_hQ (सेकंड्री)

https://www.youtube.com/channel/UC6R9rI-1iEsPCPmvzlunKDg (सीनियर सेकंड्री)

किशोर मंचः कक्षा 9 से 12 के विद्यार्थियों के लिए स्वयंप्रभा के चैनल नंबर 31 के तहत एनसीईआरटी का 24X7 डीटीएच टीवी चैनल

इसके अलावा विभिन्न मंचों पर निशुल्क ई-संसाधन भी उपलब्ध हैं जैसे, NROER, DIKSHA, SWAYAM PRABHA, NPTEL , e-pathshaala इत्यादि।

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