उत्तर प्रदेश

वैक्सीन के उपलब्धता के बारे में अधिकृत जानकारी उपलब्ध करायी जायेगी: अमित मोहन प्रसाद

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना श्री नवनीत सहगल ने लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि प्रदेश में कोरोना में कमी आ रही है फिर भी सभी को सावधानी बरतने की आवश्यकता है। प्रदेश के कन्टेनमेंट जोन एवं हाॅट स्पाट एरिया में भी कमी आयी है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचे। बचाव ही सबसे बेहतर इलाज है। अब तक 2.23 करोड़ से अधिक टेस्ट किये जा चुके हैं। घर-घर सर्वें का कार्य भी तेजी से किया जा रहा है। प्रदेश सरकार तथा स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा सर्विलांस के माध्यम से लगभग 15 करोड़ लोगों तक पहुंच कर उनका हालचाल लेते हुए कोविड-19 संक्रमण की जानकारी भी ली गयी है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश देश का ऐसा पहला राज्य है जहां सबसे अधिक कोरोना संक्रमण की जांच की गयी है और इतनी बड़ी संख्या में लोगों से सम्पर्क किया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी द्वारा भी वैक्सीन के सम्बंध में आज सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के सम्बंध में बैठक की गयी। जिसमें उन्होंने वैक्सीन का ट्रांस्पोटेशन, भण्डारण, स्वास्थ्य कर्मियों के प्रशिक्षण, सीरिंज की उपलब्धता आदि के बारे में समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि वैक्सीन की उपलब्धता के उपरान्त टीकाकरण की कार्यवाही में किसी भी प्रकार शिथिलता नहीं बरती जानी चाहिए।
श्री सहगल ने बताया कि उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य जहां महिलाओं को रोजगार से विशेष रूप से जोड़ने की कार्यवाही की जा रही है। इसी क्रम में कल मुख्यमंत्री जी द्वारा 97,663 स्वयं सहायता समूह एवं उनके संगठनों को आॅनलाइन 445.92 करोड़ रूपये की धनराशि हस्तान्तरित की गयी। स्वयं सहायता समूह में 10 लाख महिलाओं को रोजगार मिलेगा। स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं देश के अन्य किसी राज्य में इस प्रकार की व्यवस्था नहीं है। उन्होंने बताया कि महिलाओं को आर्थिक रूप से समृद्ध करने के लिए रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में सरकार निरन्तर प्रयासरत है।
श्री सहगल ने बताया कि आर्थिक गतिविधियों को और अधिक तेजी लाने के लिए सरकार कार्य कर रही है। इसके साथ ही रोजगार के अवसर बढ़ाने पर विशेष ध्यान दे रही है। उन्होंने बताया कि मिशन रोजगार के अन्तर्गत बड़ी संख्या में रोजगार देने का प्रयास किया जा रहा है। प्रदेश में रोजगार के और अवसर सृजित करने के लिए तथा अधिक से अधिक लोगों को रोजगार में लगाने के लिए नई एम0एस0एम0ई0 इकाइयों के माध्यम से अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के अन्तर्गत 6.77 लाख नई एम0एस0एम0ई0 इकाइयांें को 20,643 करोड़ रूपये का ऋण दिया गया है। इस प्रकार कुल 11,20,000 इकाइयों को लगभग 31,700 करोड़ रू0 के ऋण बैंकों के माध्यम से उपलब्ध कराये गये हैं। इन एम0एस0एम0ई0 इकाइयों से 27 लाख से अधिक लोगों को रोजगार के अवसर सुलभ हुए है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार एक ट्रिलीयन डाॅलर की अर्थव्यवस्था को प्राप्त करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
श्री सहगल ने बताया कि प्रदेश सरकार किसानों के हित के लिए कार्य कर रही है। प्रदेश सरकार किसानों को उनकी फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य देने के लिए कृतसंकल्प है। मा0 मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर निरन्तर धान खरीद की समीक्षा की जा रही है। इस संबंध में सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि किसानों के धान की खरीद समय से हो तथा उन्हें धान, मूंगफली व मक्का का न्यूनतम समर्थन मूल्य अवश्य मिले। धान और मक्का की खरीद का भुगतान 72 घंटे के अन्दर सुनिश्चित किया जाये। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि जिलाधिकारी की यह जिम्मेदारी है कि किसानों को किसी प्रकार की समस्या न होे तथा क्रय केन्द्र सुचारू रूप से कार्य करे। किसानों का हित सर्वोपरि है। सरकार किसानों के साथ है, किसानों को हर सम्भव सुविधा प्रदान की जा रही है। उन्होंने बताया कि किसी भी प्रकार की अधिकारियो/कर्मचारियों द्वारा लापरवाही बरती जाती है तो उनके विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। धान क्रय केन्द्र पर शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी की जिम्मेदारी होगी। धान क्रय केन्द्रांे पर जिलाधिकारी द्वारा निरन्तर सत्यापन अनुश्रवण तथा आकस्मिक निरीक्षण करे। किसानों से निरन्तर धान की खरीद की जा रही है। उन्होंने बताया कि अब तक किसानों से 396.09 लाख कु0 धान की खरीद की जा चुकी है। जो पिछले वर्ष की तुलना में डेढ़ गुना अधिक है। प्रदेश में अब तक किसानों से 5,86,830.50 कु0 मक्का की खरीद की जा चुकी है। इस प्रकार सरकार द्वारा अब तक 7,404 करोड़ रुपये का भुगतान किसानों को किया गया है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार किसानों के हितों के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और किसानों की समस्या का निदान प्राथमिकता से सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि किसानों को किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत न हो।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में कल एक दिन में कुल 1,54,924 सैम्पल की जांच की गयी। प्रदेश में अब तक कुल 2,23,04,404 सैम्पल की जांच की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 1226 नये मामले आये हैं। प्रदेश में 17,593 कोरोना के एक्टिव मामले में से 7,652 लोग होम आइसोलेशन में हैं। उन्होंने बताया कि निजी चिकित्सालयों में 1799 लोग ईलाज करा रहे हैं, इसके अतिरिक्त मरीज एल-1, एल-2 तथा एल-3 के सरकारी अस्पतालों मंे अपना ईलाज करा रहे हंै। उन्होंने बताया कि विगत 24 घंटे में 1544 तथा अब तक कुल 5,47,631 लोग कोविड-19 से ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। प्रदेश में कोविड-19 का रिकवरी प्रतिशत 95.50 है। प्रदेश में सर्विलांस टीम के माध्यम से 1,75,676 क्षेत्रों में 4,90,366 टीम दिवस के माध्यम से 3,05,73,223 घरों के 14,89,65,171 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है। उन्होंने बताया कि चिकित्सकीय उपचार के लिए ई-संजीवनी पोर्टल शुरू किया गया है। ई-संजीवनी के माध्यम से कल एक दिन में 5000 से अधिक लोगों ने चिकित्सकीय परामर्श लिया। इस प्रकार अब तक कुल 2,90,309 लोगों ने चिकित्सकीय परामर्श लिया।
श्री प्रसाद ने बताया कि प्रयागराज में माघ मेला और हरिद्वार में कुम्भ मेले का आयोजन होने वाला है। प्रदेश में संक्रमण न बढ़े इसलिए मेलों में आने वाले कल्पवासी तथा प्रतिभागियों को आरटीपीसीआर की अद्यतन निगेटिव रिपोर्ट साथ लाना होगा। उन्होंने बताया कि वैक्सीन के रख-रखाव के सम्बंध में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं प्राथमिकता से सुनिश्चित की जा रही हैं। कोविड वैक्सीन के भण्डारण के साथ-साथ वैक्सीन लक्षित समूहों को लगाने की व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही वैक्सीन के लिए तकनीकी लोगों को प्रशिक्षण देने का भी कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक वैक्सीन नहीं आती तब तक पहले से बीमार बुजुर्गों, बच्चों, गर्भवती महिलाओं को संक्रमण से बचाना होगा। सबसे पहले चिकित्सकों, नर्सों, पैरा मेडिकल स्टाफ सहित बच्चों, गर्भवती महिलाओं, बीमार व्यक्तियों और बुजुर्गों को वैक्सीन लगाई जायेगी। उन्होंने बताया कि वैक्सीन का अपू्रवल रेगुलेटरी अथाॅरिटी द्वारा मिलने के उपरान्त प्रदेश को प्राप्त होगी। वैक्सीन के उपलब्धता के बारे में अधिकृत जानकारी उपलब्ध करायी जायेगी। जब तक वैक्सीन नहीं है तब तक सार्वजनिक स्थलों पर जाने से बचें और सभी लोग मास्क पहनें, हाथ साबुन-पानी से धोते रहें तथा लोगों से दो गज की दूरी बनाये रखें। कोविड संक्रमण से मुक्त होने के बाद भी यदि कोई समस्या उत्पन्न होती है तो वह स्वास्थ्य विभाग की हेल्पलाइन नं0 18001805145 पर सम्पर्क कर अपनी समस्या से अवगत करा स

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