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ब्लू डार्ट 11वें वर्ष ग्रेट प्लेस टू वर्क के तौर पर प्रमाणित

देहरादून: ब्लू डार्ट दक्षिण एशिया की प्रीमियर एक्सप्रेस एयर और इंटीग्रेटेड ट्रांसपोर्टेशन एवं डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी है। यह कंपनी ड्यूएश पोस्ट डीएचएल (डीपीडीएचएल) ग्रुप का एक हिस्सा है। इसे ग्रेट प्लेस टू वर्क इंस्टिट्यूट ने वित्तीय वर्ष 2021-2022 के लिये एक बार फिर ग्रेट प्लेस टू वर्क के तौर पर प्रमाणित किया है। ब्लू डार्ट को यह उपलब्धि 11 वर्षों से मिल रही है और यह एक बार फिर ब्लू डार्ट की सफलताओं की सूची में जुड़ गई है।

एक अस्थिर, अनिश्चित, जटिल और अस्पष्ट (वीयूसीए) वातावरण में लॉकडाउन से हंगामा मचा हुआ है, लेकिन ब्लू डार्ट ने अपने लोगों को प्राथमिकता देने के अपने मौलिक सिद्धांत पर काम किया है। इस कंपनी ने अपने परिचालन में कर्मचारियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को आगे रखकर कई पहलें की हैं और सुनिश्चित किया है कि भारत में उसकी सभी टीमें काम के मोर्चे पर स्थिरता का अनुभव करें।

ब्लू डार्ट के मैनेजिंग डायरेक्टर बैलफोर मैनुएल ने इस प्रमाणन पर टिप्पणी करते हुए कहा, ‘‘पिछले एक साल में दुनिया ने चुनौतियों की एक सुनामी देखी है, जिसने उद्योगों के सभी आयामों को प्रभावित किया है। ब्लू डार्ट की शक्ति उसके कार्यबल में निहित है और यह बात इस अवधि के दौरान एक बार फिर साबित हुई हैय हमारे लोगों ने हर टचपॉइंट पर सेवा की असाधारण गुणवत्ता की आपूर्ति करने के लिये बढ़-चढ़कर काम किया है और इसलिये हम बाजार में अपनी अलग पहचान रखते हैं। ग्रेट प्लेस टू वर्क के तौर पर पहचान मिलना लोगों को प्राथमिकता देने के हमारे दर्शन को बल देता हैय यह दिखाता है कि अगर कोई ऑर्गेनाइजेशन अपने कर्मचारियों की जरूरतों को समझे, उनकी चिंताओं को सुने और यथोचित प्रतिक्रिया दे, तो कर्मचारी भी सकारात्मक प्रतिक्रिया देंगे और वह भी तीन गुना। डीपीडीएचएल ग्रुप ‘आदर और परिणाम’ के मुहावरे पर चलता है और इसी का द्योतक है।

ब्लू डार्ट के 37 वर्षों के परिचालन में यह हमारी सफलता की आजमाई और परखी हुई रणनीति रही है। हमारा ऑर्गेनाइजेशन ऐसी संस्कृति को बढ़ावा देता है, जिसमें एक कर्मचारी का औसत कार्यकाल 18 वर्ष होता है और यह कर्मचारी और ऑर्गेनाइजेशन के बीच मजबूत रिश्ता दर्शाता है। ब्लू डार्ट को 11वें वर्ष ग्रेट प्लेस टू वर्क का प्रमाणन मिलना हमारे लिये बहुत खुशी की बात है!’’

ब्लू डार्ट के चीफ ह्यूमन रिसोर्सेस ऑफिसर राजेन्द्र घाग ने कहा, ‘‘हम 11वें वर्ष ग्रेट प्लेस टू वर्क के तौर पर प्रमाणित होकर सचमुच सम्मानित हैं। पिछले वित्तीय वर्ष (2020-21) में हमारा जीवन मुख्य रूप से महामारी पर केन्द्रित रहा, ऑर्गेनाइजेशन और व्यक्तिगत, दोनों स्तरों पर। ब्लू डार्ट अपने लोगों को समझता है और हम जानते थे कि मार्गदर्शन, रोजगार में स्थिरता और वित्तीय स्थिरता देना और संक्रमण के जोखिम को कम करने के उपाय अपनाना यह सुनिश्चित करने की कुंजी थी कि लोग कार्यस्थल पर सुरक्षित अनुभव करें। इसके अनुसार कर्मचारियों को सही समय पर योग्यता आधारित वेतन-वृद्धि के साथ मुआवजा और एक विशेष कोविड बोनस दिया गया था, ताकि प्रचण्ड महामारी के बीच हुए उत्कृष्ट काम को पुरस्कृत किया जा सके।

यह सुनिश्चित करने के लिये कि अग्रिम पंक्ति में कार्यरत लोगों और हमारे ग्राहकों की सेहत और सुरक्षा बनी रहे, ब्लू डार्ट ने कॉन्टैक्ट लेस डिलीवरी सर्विस प्रस्तुत की थी। कंपनी ने कोविड सम्बंधी विशेष स्वास्थ्य लाभों की तुरंत घोषणा की और कर्मचारी सहायता कार्यक्रम (ईएपी) चलाया, जो मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े मामलों और कर्मचारियों के जीवन की गुणवत्ता पर असर डाल सकने वाली समस्याओं के लिये उन्हें एक सकारात्मक जगह देने पर केन्द्रित था।‘’

राजेन्द्र घाग ने आगे कहा, ‘’यह देखकर हम प्रसन्न हैं कि हमारी पहलों को हमारे कर्मचारियों ने गंभीरता से लिया और हमारे लिये वोटिंग की और हमारे इस विश्वास की पुष्टि की कि हम उनकी पसंद के नियोक्ता हैं।‘’

ग्रेट प्लेस टू वर्क सर्टिफिकेशन सबसे निर्णायक ‘एम्प्लॉयर-ऑफ-चॉइस’ सम्मान है, जिसे पाने की आकांक्षा ऑर्गेनाइजेशंस रखते हैं। इस प्रमाणन को पूरी दुनिया के कर्मचारी और नियोक्ता समान रूप से सम्मान देते हैं और इसे कार्यस्थल की उत्कृष्ट संस्कृतियों की पहचान और सम्मान का ‘गोल्ड स्टैण्डर्ड’ माना जाता है। हर साल 60 देशों के 10000 से ज्यादा ऑर्गेनाइजेशंस ग्रेट प्लेस टू वर्क के तौर पर प्रमाणितज्ड होने के लिये आवेदन देते हैं।

ग्रेट प्लेस टू वर्क सर्वश्रेष्ठ संस्कृतियों के मूल्यांकन और पहचान के लिये मुख्य रूप से 3 आयामों का इस्तेमाल करता हैरू

 – पहला आयाम विश्वभर में वैध उनके सर्वे इंस्ट्रूमेंट ट्रस्ट इंडेक्स के माध्यम से कर्मचारी के अनुभव की गुणवत्ता का मापन करता है। यह सर्वे कर्मचारियों से बेनाम फीडबैक लेने में मदद करता है।

– दूसरे आयाम को कल्चर ऑडिट कहा जाता है, यह इस इंस्टिट्यूट का प्रोप्राइटरी टूल है, जो कर्मचारी के संपूर्ण जीवन-चक्र को कवर करते हुए किसी ऑर्गेनाइजेशन की लोगों के लिये कार्यप्रणाली का मूल्यांकन करता है।

– तीसरे आयाम को ग्रेट प्लेस टू वर्क फॉर ऑल कहा जाता है और यह सुनिश्चित करता है कि सर्वश्रेष्ठ कार्यस्थलों पर नौकरी के पद, अवधि, आयु या लिंग से इतर हर किसी का अनुभव लगातार सकारात्मक रहे।

इस अध्ययन के हिस्से के तौर पर ऑर्गेनाइजेशंस मानदंडों की स्थापना, कार्यवाही की योजना और सम्मान के लिये ग्रेट प्लेस टू वर्क मूल्यांकन में भाग लेते हैं। ग्रेट प्लेस टू वर्क इंस्टिट्यूट की कार्य पद्धति कठोर और वस्तुनिष्ठ होती है और इसे व्यवसाय, शिक्षा जगत और सरकारी ऑर्गेनाइजेशंस में उत्कृष्ट कार्यस्थलों को परिभाषित करने का गोल्ड स्टैण्डर्ड माना जाता है।

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