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कमिंस इंडिया और बीआईटीएस पिलानी डिजिटल युग की निर्माण तकनीकों के लिए कमिंस कर्मचारियों को दक्षता प्रदान करने के प्रति प्रयासरत

देहरादून: कमिंस इंडिया, बीआईटीएस पिलानी के वर्क इंटीग्रेटेड लर्निंग प्रोग्राम्स (डब्लुआईएलपी) डिवीजन की सहभागिता में शिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से कर्मचारियों में निरंतर सीखने और अपस्किलिंग की संस्कृति को बढ़ावा दे रहे है। कमिंस इंडिया द्वारा प्रायोजित, ये बी.टेक और एम.टेक प्रोग्राम इंट्री-लेवल और शॉप फ्लोर कर्मचारियों को पेशेवर डिग्री, नए जमाने की पॉवर-स्किल्स तथा इंडस्ट्री संबंधित ज्ञान देकर उनके  करियर की नीव सशक्त करते हैं।

अगस्त 2017 में कमिंस इंडिया के 40 कर्मचारियों के पायलट बैच के बी.टेक प्रोग्राम में नामांकित होने के साथ ये साझेदारी शुरू हुई। इसके बाद, दो बैचों में कुल मिलाकर 85 कर्मचारी सफलतापूर्वक बी.टेक तथा एम.टेक की डिग्री हासिल कर चुके हैं। दोनों प्रोग्राम में भाग लेने वाले कर्मचारी, मैन्युफैक्चरिंग, इंजीनियरिंग, पर्चेज़िंग, क्वालिटी, मार्केटिंग और सप्लाई चेन जैसे महत्वपूर्ण विभागों से नामांकित किये गए हैं ।

बीआईटीएस पिलानी डब्लुआईएलपी, कमिंस इंडिया के लिए एक प्रतिष्ठित प्रोग्राम है क्योंकि यह कर्मचारियों को अपने करियर में ब्रेक लिए बिना ही भारत के एक विख्यात संस्थान से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने का सपना पूरा करवाता है। यह प्रोग्राम उन्हें एक्सपोजर और दक्षता भी प्रदान करता है जो उनके व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास हेतु बहुत महत्वपूर्ण है। बीआईटीएस पिलानी डब्लुआईएलपी ने आईटी और आटीईएस, ऑटोमोटिव, मैन्युफैक्चरिंग, फार्मा, केमिकल्स, मेटल्स और माइनिंग जैसी इंडस्ट्रीज में 1,00,000 से अधिक कामकाजी पेशेवरों को करियर बढ़ाने वाले कौशल से सशक्त किया है।

इस साझेदारी के बारे में बात करते हुए और निरंतर सीखने व अपस्किलिंग के महत्व को रेखांकित करते हुए कमिंस इंडिया की ह्यूमन रिसोर्स लीडर अनुपमा कौल ने कहा, “अपनी ’हायर टू डेवलपमेंट’ वाली धारणा के अनुसार और कमिंस को एक विकास केंद्रित संगठन बनाने के लिए हम विभिन्न तरीकों से अपने कर्मचारियों का विकास करने में लगातार निवेश करते रहते हैं। ऐसी कई पहलों में से एक है- अपने कर्मचारियों के लिए स्पॉन्सर्ड एज्यूकेशन प्रोग्राम्स में निवेश करना, जिसमें औपचारिक शिक्षा जारी रखने वाला सुविधापूर्ण विकल्प शामिल है। हमारे कर्मचारियों को सीखने का समग्र अनुभव प्रदान हेतु डिजाइन किए गए बीआईटीएस पिलानी के अनूठे वर्क इंटीग्रेटेड लर्निंग प्रोग्राम्स (डब्लुआईएलपी) के लिए हुई इस सहभागिता पर हमें गर्व है। हमारे कर्मचारी इन शिक्षण कार्यक्रमों को बहुत महत्व देते हैं और इन कार्यक्रमों से उन्होंने भारी लाभ भी उठाया है।“

सहभागिता के बारे में बात करते हुए बीआईटीएस पिलानी के ऑफ-कैंपस प्रोग्राम्स एंड इंडस्ट्री एंगेजमेंट के डाइरेक्टर प्रो. जी. सुंदर ने बताया, “हमें गर्व के साथ-साथ इस बात की प्रसन्नता भी है कि प्रमुख मैन्युफैक्चरिंग कंपनी कमिंस इंडिया के साथ हमने सहभागिता की। बीआईटीएस पिलानी डब्लुआईएलपी में हम लगातार इस तरह के पाठ्यक्रम वाले प्रोग्राम बनाने और प्रस्तुत करने का प्रयास करते हैं, जो विभिन्न कार्यक्षेत्रों में मौजूद संगठनों की जरूरी तकनीकी दक्षताओं को बढ़ाने के उपयुक्त हों, और ऐसा करते हुए हम कामकाजी पेशेवरों को इस ढंग से प्रशिक्षित करते हैं कि नौकरी से लंबा अवकाश लिए बिना उनका व्यक्तिगत करियर प्रगति की राह पर आगे बढ़ सके।

कमिंस इंडिया की अधिगम जरूरतों के अनुरूप पाठ्यक्रम को अनुकूलित करने के लिए कार्य एकीकृत प्रोग्राम संरचना और सुविधा पूर्ण पद्धति बीआईटीएस पिलानी डब्लुआईएलपी के साथ हुई साझेदारी का प्राथमिक आधार है। बीआईटीएस पिलानी डब्लुआईएलपी वर्क इंटीग्रेटेड लर्निंग प्रोग्राम्स के क्षेत्र में चार दशकों से अग्रदूत रहा है । यह पद्धति प्रथम ओरिएंटेशन सत्र से लेकर स्नातक होने तक पाठ्यक्रम के कंटेंट, डिलिवरी, बुनियादी ढांचे, बातचीत व प्रोग्राम के हर तत्व और समग्र निष्पादन में स्पष्ट रूप से झलकती है। बीआईटीएस पिलानी डब्लुआईएलपी अपनी कई पहलों के माध्यम से भारत के कामकाजी पेशेवरों को सशक्त बनाने और उनका मार्गदर्शन करने में सबसे आगे रहा है।

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