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अधिकार प्राप्त समूह-2 ने ऑक्सीजन स्रोतों के लिए उच्च दबाव वाले 12 राज्यों के लिए मानचित्रण शुरू किया

कोविड के दौरान आवश्यक चिकित्सा उपकरणों और ऑक्सीजन की उपलब्धता की समीक्षा करने के लिए आज अधिकार प्राप्त समूह-2 (ईजी 2) की बैठक हुई। आज के तीन महत्वपूर्ण फैसले निम्नप्रकार हैं-

i. उच्च दबाव वाले 12 राज्यों के लिए ऑक्सीजन स्रोतों का मानचित्रण – कोविड प्रभावित रोगियों के लिए मेडिकल ऑक्सीजन एक महत्वपूर्ण घटक है। विशेष रूप से सबसे ज्यादा सक्रिय मामलों वाले 12 राज्यों में मेडिकल ऑक्सीजन की मांग बढ़ रही है। इन राज्यों में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान शामिल हैं। हालांकि, महाराष्ट्र में मेडिकल ऑक्सीजन की मांग राज्य की कुल उपलब्ध उत्पादन क्षमता से ज्यादा पहुंच जाने का अनुमान है, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में मेडिकल ऑक्सीजन की अपनी मांग पूरी करने के लिए कोई उत्पादन क्षमता मौजूद नहीं है। इसके अलावा, ऑक्सीजन उत्पादक अन्य राज्यों जैसे गुजरात, कर्नाटक, राजस्थान आदि में भी मेडिकल ऑक्सीजन की मांग में भी बढ़ोतरी का रुझान है।

कोविड मामलों में बढ़ोतरी के अगले कुछ हफ्तों के दौरान ऑक्सीजन की आपूर्ति के बारे में राज्यों के सामने स्थिति स्पष्ट करने और भरोसा दिलाने के लिए, अधिकार प्राप्त समूह-2 के निर्देशों के अनुरूप डीपीआईआईटी, एमओएचएफडब्ल्यू, इस्पात मंत्रालय, गंभीर रूप से प्रभावित विभिन्न राज्यों, पेट्रोलियम और विस्फोटक सुरक्षा संगठन (पीईएसओ) के साथ ऑक्सीजन निर्माता, ऑल इंडिया इंडस्ट्रियल गैस मैन्युफैक्चर्स एसोसिएशन (एआईजीएमए) के प्रतिनिधियों समेत अन्य हितधारकों के साथ संयुक्त रूप से मानचित्रण का काम किया गया। राज्यों की जरूरत पूरी करने के लिए मेडिकल ऑक्सीजन के स्रोतों और उनकी उत्पादन क्षमता का मानचित्रण किया गया और चिकित्सा ऑक्सीजन के स्रोतों के बारे में राज्यों के मार्गदर्शन के लिए एक सांकेतिक ढांचा (इंडिकेटिव फ्रेमवर्क) भी बनाया गया है।

इसके अनुसार, इन 12 राज्यों को 25 अप्रैल और 30 अप्रैल की अनुमानित मांग को पूरा करने के लिए क्रमश: 4880 एमटी, 5619 एमटी और 6593 एमटी मेडिकल ऑक्सीजन के लिए सूचित किया गया है। एमओएचएफडब्ल्यू इस बारे में आदेश जारी कर रहा है और इसे एमएचए (गृह मंत्रालय) की ओर से अधिसूचित किया जाएगा।

ii. पीएसए प्लांट लगाने के लिए अन्य 100 अस्पतालों की पहचान: प्रेशर स्विंग एडजॉर्ब्सन (पीएसए) प्लांट्स निर्मित ऑक्सीजन और अस्पतालों को मेडिकल ऑक्सीजन की अपनी जरूरत पूरी करने में आत्मनिर्भर बनाने और मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए नेशनल ग्रिड पर दबाव घटाने के लिए। पीएम केयर्स फंड के तहत मंजूरी पाने वाले 162 पीएसए प्लांट्स का 100 फीसदी काम तय समय से पहले पूरा करने के लिए बहुत नजदीक से समीक्षा की जा रही है, ताकि दूर-दराज के अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन उत्पादन की उनकी स्वयं की क्षमता बढ़ायी जा सके। ईजी2 ने गृह मंत्रालय को पीएसए प्लांट्स स्थापित करने की मंजूरी देने पर विचार करने के लिए दूर-दराज के क्षेत्रों में 100 अन्य अस्पतालों की पहचान करने का निर्देश दिया है।

iii. 50,000 एमटी मेडिकल ऑक्सीजन का आयात: मेडिकल ऑक्सीजन की बढ़ती मांग को देखते हुए, ईजी2 ने 50,000 एमटी मेडिकल ऑक्सीजन का आयात करने के लिए एक टेंडर जारी करने का निर्णय लिया है। एमओएचएफडब्ल्यू को इस टेंडर को अंतिम रूप देने और इसके अलावा विदेश मंत्रालय के दूतावासों के माध्यम से मेडिकल ऑक्सीजन का आयात करने के लिए संभावित स्रोतों का पता लगाने के लिए के लिए निर्देश दिया गया है।

ईजी2 मेडिकल ऑक्सीजन की मांग और आपूर्ति की स्थिति की लगातार निगरानी कर रहा है, ताकि मेडिकल ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति में मदद करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने को सुनिश्चित किया जा सके।

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