उत्तर प्रदेश

मत्स्य मंत्री डा0 संजय कुमार निषाद ने की विभागीय समीक्षा बैठक

लखनऊ: मत्स्य मंत्री डा0 संजय कुमार निषाद द्वारा मत्स्य विभाग की संचालित योजनाओं की विस्तृत समीक्षा मत्स्य निदेशालय के वीडियो कान्फ्रेंसिंग कक्ष से की गयी। समीक्षा बैठक में श्री एन0एस0 रहमानी, संयुक्त निदेशक मत्स्य, श्री पुनीत कुमार, उप निदेशक मत्स्य(मुख्यालय), श्रीमती अंजना वर्मा, उप निदेशक मत्स्य (नियोजन), डा0 हरेन्द्र प्रसाद, उप निदेशक मत्स्य, लखनऊ, श्री एजाज अहमद नकवी, मुख्य महाप्रबन्धक, उ0प्र0 मत्स्य विकास निगम, लि0, लखनऊ उपस्थित रहे। वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से  आहूत समीक्षा बैठक में प्रदेश के समस्त जनपदीय एवं मण्डलीय अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।

मंत्री जी द्वारा प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना की विस्तृत समीक्षा करते हुए निर्देश दिये गये कि योजनान्तर्गत एस0एन0ए0 खाते में अवमुक्त धनराशि का शतप्रतिशत व्यय अविलम्ब सुनिश्चित किया जाए एवं जो चयनित लाभार्थी परियोजना का कार्य नहीं करा रहे है। उन्हें डी0एल0सी0 के माध्यम से तत्काल बैक आउट कराते हुए अन्य लाभार्थियों से नियमानुसार कार्य कराया जाय। योजनान्तर्गत कम व्यय करने वाले जनपद कौशाम्बी, वाराणसी, बागपत, रामपुर, सिद्धार्थनगर, लखनऊ, मथुरा, औरैया, महोबा देवरिया, महराजगंज, अयोध्या, अमेठी के अधिकारियों को तत्काल परियोजनाओं को पूर्ण कराते हुए शत प्रतिशत व्यय किये जाने के कड़े निर्देश दिये गये।

बैठक में मत्स्य उत्पादन के त्रुटिपूर्ण आंकड़े अंकित करने वाले जनपदों को भी फिरोजाबाद, बरेली, श्रावस्ती, फर्रूखाबाद, गाजियाबाद, मुजफफरनगर, वाराणसी, मैनपुरी, कासगंज, लखीमपुरखीरी, प्रयागराज के मण्डलीय एवं जनपदीय अधिकारियों को मत्स्य उत्पादन के आंकड़े परीक्षण कर सही-सही रिर्पोट करने के निर्देश दिये गये तथा समस्त अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया गया कि मत्स्य उत्पादन के स्रोतवार आंकड़ों को एकत्रित करते हुए पंजिकाबद्ध किया जाए एवं त्रैमासिक आधार पर सभी मण्डलीय अधिकारियों द्वारा एवं प्रदेश स्तर से इसका रिव्यु किया जाए।

प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना एवं मुख्यमंत्री मत्स्य सम्पदा योजनान्तर्गत अनुदानित लाभार्थियों के प्रोजेक्ट के दो डिस्पले बोर्ड बनाए जाए एक परियोजना स्थल पर तथा दूसरा परियोजना स्थल पर जाने वाले मुख्य मार्ग पर लगाया जाए, जिसमें योजना के विस्तृत विवरण सहित दिये गये अनुदान का स्पष्ट उल्लेख हो। निषादराज बोट योजनान्तर्गत अधिक से अधिक आवेदन प्राप्त करने एवं प्रयागराज, वाराणसी, मिर्जापुर, अयोध्या, गोरखपुर में लाभार्थियों को कार्यक्रम के माध्यम से इस नवीन योजना का शुभारम्भ कराये जाने के निर्देश दिये गये। रिवर रैंचिंग कार्यक्रम अन्तर्गत प्रदेश के रिवर रैंचिंग हेतु लक्षित सभी जनपदों में विश्व मात्सियकी दिवस 21 नवम्बर के अवसर पर मत्स्य अंगुलिका का नदियों में रैंचिंग कार्यक्रम सम्पादित किये जाए।  रैंचिंग के समय मत्स्य अंगुलिका के पैकेट जिसमें मत्स्य अंगुलिकाओं की संख्या का स्पष्ट उल्लेख हो सहित रैंचिंग स्थल पर लाते हुए कार्यक्रम निर्धारित दिशा निर्देशों के अनुरूप कराया जाए।

मा0 केन्द्रीय मंत्री, मत्स्य, पशुधन एवं डेयरी विकास मंत्रालय भारत सरकार श्री पुरषोत्तम रूपाला जी की अध्यक्षता में 29 अगस्त, 2023 को वाराणसी के अस्सी घाट पर आयोजित राज्य मीन चितला के संरक्षण हेतु आयोजित रैंचिंग कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजनान्तर्गत अनुदानित वाराणसी, मिर्जापुर, प्रयागराज, चित्रकूट, आजमगढ़, गोरखपुर, मण्डल सहित अन्य निकटस्थ जनपदों के लाभार्थियों जिन्हें उक्त के साथ-साथ के0सी0सी0, बीमा आदि से आच्छादित किया गया हो को वाहन द्वारा कार्यक्रम स्थल पर उनकी परियोजनाओं के ए-4 साईज पर विवरण के साथ प्रतिभाग हेतु उपस्थिति सुनिश्चित करायें। किसान क्रेडिट कार्ड का व्यापक प्रचार प्रसार हेतु योजना सम्बन्धी बैनर सार्वजनिक स्थलों पर यथा मत्स्य बाजार, विकास खण्ड, तहसील आदि स्थलों पर लगाते हुए किया जाए। के0सी0सी0 हेतु नियमित कैम्पों का आयोजन एवं मासिक आधार पर जिला स्तरीय वृह्द कैम्प/मेले का आयोजन करते हुए निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति सुनिश्चित किये जाये।

मत्स्य बीज वितरण हेतु निगम की हैचरियों से निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष 50 प्रतिशत से कम उपलब्धि वाले मण्डल मुरादाबाद, मेरठ, गोरखपुर, आजमगढ़, अलीगढ़, सहारनपुर, आगरा, चित्रकूट के मण्डलीय अधिकारियों को एक सप्ताह के अन्दर इसमें सुधार लाने के निर्देश दिये गये। अनिस्तारित विभागीय प्रबन्धान्तर्गत जलाशयो के निस्तारण हेतु मण्डलीय अधिकारी ससमय मूल्यांकन की कार्यवाही सुनिश्चित कराते हुए उन्हें निस्तारित करायें। निदेशालय/शासन से निर्गत पत्रों पर समयबद्ध रूप से कार्यवाही सभी अधिकारी सुनिश्चित करें इसमें शिथिलता बरती जाने पर सम्बन्धित के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। मछुआ दुर्घटना बीमा योजनान्तर्गत पात्र व्यक्तियों का बीमा कराये जाने हेतु कैम्पों का आयोजन किया जाये।  निदेशालय स्तर से मत्स्य पालकों को तात्कालिक जानकारी/सुविधा के दृष्टिगत हेल्पलाईन नम्बर जारी किया जाये।  अन्त में संयुक्त निदेशक मत्स्य श्री एन0एस0 रहमानी द्वारा मा0 मंत्री जी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बैठक समाप्त की गयी।

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