देश-विदेश

राज्यपालों, मुख्यमंत्रियों, राज्य मंत्रियों ने विभिन्न राज्यों में पोषण माह की शुरूआत की

नई दिल्ली: पोषण अभियान के अंतर्गत, इस वर्ष सितंबर का महीना देश भर में पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है ताकि कुपोषण की चुनौतियों से निपटा जा सके। राष्ट्रीय पोषण माह की शुरुआत देश भर में की गई है। महिला और बाल विकास प्रमुख विभाग के एक महीने तक चलने वाले कार्यक्रमों में प्रसव पूर्व देखभाल, एनीमिया, वृद्धि संबंधी निगरानी, लड़कियों की शिक्षा, भोजन, विवाह की सही उम्र, स्वास्थ्य विज्ञान और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। ‘स्वास्थ्य के लिए हितकर भोजन खाओ’ विषय पर देश भर में खाद्य मेलों, रैलियों, स्कूल स्तर पर चलाए जाने वाले अभियानों, एनीमिया परीक्षण शिविरों, व्यंजन विधियों की जानकारी, रेडियो और टेलीविजन पर बातचीत तथा सेमिनार आयोजित किए जाएंगे।

एक महीने तक चलने वाले कार्यक्रमों के तहत देश से कुपोषण को कम करने और अंततः इसे समाप्त करने के लिए लोगों की राय और उनकी भागीदारी के लिए विभिन्न मंत्रालयों/विभागों के बीच तालमेल किया जाएगा। पोषण माह का उद्देश्य लोगों को पोषण के महत्व के प्रति जागरूक करना है और उनके बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं/स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए अतिरिक्त पोषण संबंधी सरकारी सेवाओं तक उनकी पहुंच बनाना है।

इस वर्ष पोषण माह में पांच सूत्रों पर विशेष ध्यान दिया गया है। ‘पहला सूत्र है शिशु के पहले 1000 दिन, एनीमिया, दस्त, हाथ धोना और स्वच्छता तथा पौष्टिक आहार (भोजन की विविधता के साथ पौष्टिक आहार)’।

04 सितंबर को असम, बिहार, मध्यप्रदेश, तमिलनाडु और राजस्थान में पोषण माह शुरु किया गया।

असम में राज्य के राज्यपाल प्रोफेसर जगदीश मुखी ने गुवाहाटी में आज पोषण माह 2019 की समारोह पूर्वक शुरुआत की।

  

पोषण माह की शुरुआत के लिए पटना, बिहार में एक शानदार कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन सामाजिक कल्याण विभाग के मंत्री रामसेवक सिंह किया।

मध्यप्रदेश में भी आज पोषण माह की शुरुआत की गई। राज्य की महिला और बाल विकास मंत्री इमरती देवी और पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।

राजस्थान में एक शानदार समारोह आयोजित किया गया जिसमें स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा, महिला और बाल विकास विभाग की मंत्री ममता भूपेश और शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा शामिल हुए। इसकी शुरुआत पर एक वीडियो ‘धन्यवाद आंगनबाड़ी दीदी’ दिखाया गया।

तमिलनाडु में आयोजित शानदार समारोह में मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया।

इस वर्ष राष्ट्रीय पोषण माह का आयोजन ‘पोषण त्योहार से व्यवहार’ नारे के साथ लोगों के दैनिक जीवन में व्यवहार संबंधी परिवर्तन लाने के लिए एक जन आंदोलन बनाने के उद्देश्य से किया जा रहा है।

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