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इंडियन ऑयल की सहायक कंपनी ने बांग्लादेश में एलपीजी कारोबार का विस्तार करने के लिए आरआर होल्डिंग्स के साथ संयुक्त उद्यम समझौते पर हस्ताक्षर किए

नई दिल्ली: पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान मंगलवार को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के सलाहकार श्री सलमान फजलूर रहमान और वहां के बिजली, ऊर्जा एवं खनिज संसाधन राज्यमंत्री श्री नसरूल हामिद की उपस्थिति में इंडियन ऑयल की दुबई स्थित सहयोगी कंपनी आईओसी मध्य पूर्व एफजेडई और बेक्सिमको समूह की आरआर होल्डिंग लिमिटेड के बीच एक संयुक्त उद्यम समझौते (जेवीए)पर हस्ताक्षर के गवाह बने। इस संयुक्त उद्यम के माध्यम से आईओसीएल ने बांग्लादेश और अन्य देशों में अपने डाउनस्ट्रीम व्यवसाय को और विस्तार देने के लिए बेक्सिमको के साथ मिलकर योजना बनाई।

श्री प्रधान ने इस अवसर पर भारत और बांग्लादेश के बीच लंबे समय से चले आ रहे संबंधों के बारे में बात कीजो इतिहास,संस्कृति और साझा बलिदान से जुड़े हैं। भारत-बांग्लादेश संबंधों में ऊर्जा क्षेत्र की भूमिका के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि यह जानकर खुशी हो रही है कि दोनों देशों के बीच ऊर्जा सहयोग ने पिछले कुछ वर्षों के दौरान काफी प्रगति की है। उन्होंने कहा कि यह माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदीजी की हमारी ‘पड़ोसी पहले’ की नीति के तहत बांग्लादेश के साथ ‘ऊर्जा पुल’ बनाने की सोच एक का हिस्सा है। अक्टूबर,2019 में बांग्लादेश की माननीय प्रधानमंत्री की भारत की आधिकारिक यात्रा ने इस वचनबद्धता को और मजबूत किया तथा सहयोग की नई संभावनाओं के द्वार खोले।

पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस संयुक्त उद्यम समझौते के बारे में कहा कि यह समझौता बांग्लादेश के साथ द्विपक्षीय ऊर्जा सहयोग का विस्तार करने की दिशा में एक और कदम है। उन्होंने भरोसा जताया है कि भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ रसोई ईंधन के रूप में एलपीजी की पहुंच बढ़ाने के लिए शुरू की गई प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना को लागू करने में अग्रणी रही इंडियन ऑयल के अनुभव बांग्लादेश में एलपीजी के उपयोग को बढ़ावा देने में देने में मदद करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि बांग्लादेश में स्वच्छ रसोई ईंधन की पहुंच में वृद्धि के माध्यम से यह संयुक्त उद्यम वहां सामाजिक-आर्थिक बदलाव में उत्प्रेरक का काम करेगा।

इस अवसर पर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के सलाहकार श्री सलमान फजलुर रहमान ने कहा कि इस संयुक्त उद्यम समझौते (जेवीए) को बांग्लादेश की उल्लेखनीय निवेश क्षमता के लिए एक आदेश के रूप में काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब पूरी दुनिया कोविड-19 महामारी के गंभीर आर्थिक परिणामों से जूझ रही है, यह निवेश बांग्लादेश और भारत के बीच लचीले और स्थायी दोस्ती को भी दर्शाता है।

बांग्लादेश के बिजली, ऊर्जा और खनिज संसाधन राज्य मंत्री श्री नसरूल हामिद ने बताया कि बांग्लादेश में मध्यम वर्ग की उच्च क्रय शक्ति बढ़ रही है और ऐसे मेंएलपीजी क्षेत्र में पिछले कुछ वर्षों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और आने वाले वर्षों में यह और भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि ऐसे में दो अनुभवी और प्रमुख देशों के बीच इस पैमाने पर साझेदारी और निवेश से उद्योग में सही मायने में बदलाव लाने की पूरी क्षमता है।

इस अवसर पर इंडियन ऑयल के अध्यक्ष श्री संजीव सिंह और आरआर होल्डिंग्स लिमिटेड केअध्यक्षश्री शायन एफ. रहमान ने भी अपने विचार रखे।

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