उत्तराखंड समाचार

देवी मंदिर मडलक और शिव मंदिर मजपीपल में ढाक वृक्ष रोपण

लोहाघाट मडलक के सुप्रसिद्ध देवी मंदिर और मजपीपल के पुरातन शिवमंदिर में पवित्र ढाक वृक्ष का रोपण किया गया। प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य रेवाधर कलौनी द्वारा हरिद्वार से लाये गए पवित्र ढाक का रोपण उनके पुत्र नगरूंघाट मंदिर समिति के अध्यक्ष जगदीश चन्द्र कलौनी, फार्मेसिस्ट संघ के जिलामंत्री डॉ सतीश पाण्डेय, पूर्व प्रधान तामली राजेश पाण्डेय, पत्रकार पुष्कर सिंह बोहरा, कैलाश सिंह रावत, अमर सिंह धामी संजू पुजारी आदि ने किया। श्री कलौनी ने बताया कि ढाक वृक्ष जिसे पलाश भी कहा जाता है वह चन्द्र देव का वृद्ध है जो शीतलता प्रदान करता है। इसका प्रयोग उपनयन संस्कार में भी किया जाता है। और श्राद्ध-तर्पण आदि कार्यों में इसका विशेष महत्व है। मान्यता है कि ढाक के वृक्ष में ब्रहमा, विष्णु, महेश, त्रिदेव देव का निवास स्थान माना जाता है। इस वृक्ष का उपयोग ग्रहों की शान्ति में किया जाता है। इसलिये यह वृक्ष हमारी विभिन्न समस्याओं का समाधान करने मे लाभप्रद रहेगा। फार्मेसिस्ट डॉ सतीश पाण्डेय ने बताया कि पुरातन समय से ही ढाक का पत्ता खाना खाने के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है। आयुर्वेद में इसे सुपाच्य बताया गया है। ढाक के पत्तों से तैयार होने वाले पत्तल का प्रयोग इसीलिए उत्सवों में खाना खाने के लिए प्रयोग किया जाता रहा है।

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