उत्तर प्रदेश

किसानों को रू0 5254.81 करोड़ का भुगतान पी0एफ0एम0एस0 के माध्यम से किया गया

लखनऊः उत्तर प्रदेश सरकार ने धान खरीद 2020-21 के तहत आॅनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की है। खाद्य तथा रसद विभाग के पोर्टल-नचण्बिेण्हवअण्पद पर किसानों द्वारा स्वयं अथवा साइबर कैफे के माध्यम से धान बिक्री हेतु अपना पंजीकरण कराया जा सकता है। इस वर्ष धान खरीद में वास्तविक किसानों को ही समर्थन मूल्य प्राप्त हो इसके लिए आॅनलाइन पंजीकरण में आधार बेस्ड व किसान के मोबाइल पर ओ0टी0पी0 भेज कर पंजीकरण की व्यवस्था की गयी है।
यह जानकारी प्रदेश के खाद्य आयुक्त श्री मनीष चैहान ने दी। उन्होंने बताया कि किसानों के पंजीकृत मोबाइल नम्बर पर पंजीकरण सत्यापन एवं क्रय केन्द्र पर खरीद फीडिंग की सूचना एस0एम0एस0 के माध्यम से उपलब्ध करायी जा रही है। इस वर्ष समस्त एजेन्सियों द्वारा अनिवार्य रूप से धान के मूल्य का भुगतान पी0एफ0एम0एस0 के माध्यम किसानों के बैंक खातों में भेजा जा रहा है। इस वर्ष प्रथमवार धान क्रय केन्द्रों, राइस मिलों व भारतीय खाद्य निगम के भण्डारण डिपो की रिमोट सेसिंग एप्लीकेशन सेन्टर के पोर्टल के माध्यम से जियो टैंगिग की कार्यवाही की गयी है, जिससे कि किसानों को क्रय केन्द्रों की भौतिक स्थिति की जानकारी मोबाइल पर ही प्राप्त हो सकें।
श्री मनीष चैहान के अनुसार ई-उपार्जन पोर्टल पर आॅनलाइन बिलिंग माॅड्यूल तैयार कर धान क्रय के साथ धान का प्रेषण, राइस मिलर द्वारा प्राप्ति, कस्टम चावल की डिलीवरी एवं भारतीय खाद्य निगम से धनराशि प्राप्त करने हेतु बिलिंग इत्यादि की समस्त प्रक्रिया आॅनलाइन की गयी है। इस वर्ष क्रय केन्द्रों पर छोटे किसानों को अपनी उपज बिक्री हेतु क्रय केन्द्रों पर प्राथमिकता प्रदान की जा रही है।
खाद्य आयुक्त ने बताया कि जिलाधिकारियों द्वारा प्रत्येक क्रय केन्द्र पर नोडल अधिकारी की तैनाती कर पारदर्शिता के साथ क्रय केन्द्रों पर खरीद सुनिश्चित की जा रही हैै। इस वर्ष पहलीबार मण्डी द्वारा राज्य एजेन्सी के रूप में धान की खरीद की जा रही है तथा मण्डी परिषद के परिसर में स्थापित क्रय केन्द्रों पर ’किसान हेल्प डेस्क’ की स्थापना की गयी है।
इस वर्ष अब तक 769866 किसानों से 40.86 लाख मी0टन की धान की खरीद की जा चुकी है, जबकि गतवर्ष अब तक इसी अवधि तक 33.10 लाख मी0टन की धान की खरीद की गयी थी। गत वर्ष कुल 56.57 लाख मी0टन की धान की खरीद, 706549 किसानों से की गयी थी।
उल्लेखनीय है कि कोविड-19 के दृष्टिगत् किसानों को सुविधा प्रदान करने हेतु क्रय केन्द्रों पर टोकन प्रणाली की व्यवस्था की गयी है। किसानों को रू0 5254.81 करोड़ का भुगतान पी0एफ0एम0एस0 के माध्यम से किया गया है। इस वर्ष कुल 4398 धान क्रय केन्द्र स्थापित किये गये

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