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इस्पात मंत्री ने एकीकृत इस्पात संयत्र के कार्य प्रदर्शन में उत्कृष्टता के लिए 25वीं प्रधानमंत्री ट्रॉफी प्रदान की

नई दिल्ली: वर्ष 2016-2017 के लिए एकीकृत इस्पात संयत्रों के श्रेष्ठ कार्य प्रदर्शन के लिए अन्य पुरस्कारों के साथ 25वीं प्रधानमंत्री ट्रॉफी नई दिल्ली में प्रदान की गई। यह पुरस्कार देश में एकीकृत इस्पात संयंत्रों के कार्य प्रदर्शन को मान्यता देते हैं। केंद्रीय इस्पात मंत्री चौधरी बीरेन्दर सिंह ने विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किया।

टाटा स्टील लिमिटेड ,जमशेदपुर ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए 2 करोड़ रूपये के नकद पुरस्कार के साथ प्रधानमंत्री की ट्रॉफी जीती। टाटा स्टील ने घरेलू इस्पात उद्योग के लिए 2016-2017 में उत्पादकता, टेक्नो इकोनॉमिक्स, नवाचार तथा अनुसंधान और विकास में नए मानक स्थापित करने में सफलता प्राप्त की। कुछ चुनिंदा क्षेत्र में टाटा स्टील का प्रदर्शन अंतर्राष्ट्रीय मानकों के निकट रहा है। टाटा इस्पात संयंत्र ने उच्च सक्षमता , अनेक आईपीआर तथा उत्पाद विकास के कारण सभी संयंत्रों के बीच रिकॉर्ड श्रेष्ठ वितीय प्रदर्शन किया। दूसरे श्रेष्ठ समग्र प्रदर्शन के लिए इस्पात मंत्री की ट्रॉफी 1 करोड़ रूपये के नकद पुरस्कार के साथ जेएसडब्ल्यू स्टील लिमिटेड, विजयनगर को मिली। जेएसडब्ल्यू, विजयनगर 2016-2017 में अपनी स्थिति में सुधार की और उसे 21 प्रतिशत का लाभ मिला। संयंत्र ने टेक्नो इकोनॉमिक्स दृष्टि से शानदार प्रदर्शन के अतिरिक्त सतत विकास की दिशा में अपना संकल्प व्यक्त किया।

       जेएसडब्ल्यू स्टील लिमिटेड, डोलवी को कार्य प्रदर्शन में समग्र सुधार के साथ अधिकतम वृद्धि के लिए 25 लाख रूपये के नकद पुरस्कार के साथ प्रशंसा प्रमाण पत्र मिला। भारतीय इस्पात प्राधिकरण लिमिटेड , राउरकेला को बीओबीएस वैगनों की स्थित सुधारने के समय में कटौती की पहल करने के लिए प्रशंसा प्रमाण पत्र और विषय आधारित पुरस्कार मिला । जिंदल स्टील एण्ड पावर लिमिलेड, रायगढ़ को स्वंय को प्रक्रिया आधारित संगठन में परिवर्तित करके संगठनात्मक ढांचे में बदलाव की पहल के लिए प्रसंशा प्रमाण पत्र और विषय आधारित पुरस्कार मिला।

पुरस्कार विजताओं को बधाई देते हुए चौधरी बीरेन्दर सिंह ने कहा कि प्रदान की गई ट्रॉफी विजेताओं को प्रेरित करेगी और दूसरे संयंत्रों को भी भविष्य में अच्छे प्रदर्शन के लिए प्रेरणा देगी। उन्होंने कहा कि भारतीय इस्पात उद्योग ने पिछले कुछ वर्षों में अनेक चुनौतियों का समाना किया है। उन्होंने पिछले पांच वर्षों में लोक कल्याण के लिए किये गये कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि सरकार ने लोगों की  अंकाक्षाओं को पूरा करने के लिए अनेक पहल की है। इन पहलों में सभी गरीब परिवारों को गैस कनेक्शन देने के लिए उज्जवला योजना . सभी को बिजली तथा 2022 तक सब के लिए आवास प्रदान करने की योजना शामिल है।

भारत विश्व में इस्पात का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक हो गया है। इस्पात मंत्री ने इस्पात क्षेत्र में काम कर रहे लोगों की सुरक्षा पर बल देते हुए कहा कि मानव जीवन मूल्यवान है और  दुर्घटनाओं को कम करने के लिए हमें अपने सभी संसधानों का इस्तेमाल करना चाहिए उन्होनें बताया कि इस्पात उद्योग में सुरक्षित कार्य स्थिति के लिए  इस्पात मंत्रालय में शीघ्र सुरक्षा निदेशालय बनाया जाएगा।

इस्पात सचिव बिनय कुमार ने इस्पात उद्योग से निर्यात बढ़ाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इस्पात उद्योग को भविष्य की आवश्यकता पूरी करने के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होने स्पर्धी बने रहने के लिए इस्पात क्षेत्र में और अधिक अनुसंधान और विकास कार्य की आवश्यकता पर बल दिया।

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