उत्तर प्रदेश

जल संचयन एवं संवर्धन के क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले व्यक्ति/संस्थान/समूहों को राज्य सरकार द्वारा किया जायेगा पुरस्कृत: डाॅ0 महेन्द्र सिंह

 प्रदेश के जलशक्ति मंत्री डाॅ महेन्द्र सिंह ने आज नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के अन्तर्गत लघु सिंचाई व भूगर्भ जल विभाग की योजनाओं की समीक्षा विधान सभा स्थित सभागार में की। उत्तर प्रदेश भूगर्भ जल (प्रबन्धन एवं विनियमन) अधिनियम, 2019 की समीक्षा करते हुए मा0 जलशक्ति मंत्री जी द्वारा विभागीय अधिकारियों को यह निर्देशित किया कि बडे़ शहरी क्षेत्रों में अवैध रुप में संचालित हो रहे वाटर बाॅटलिंग प्लांट पर भूजल अधिनियम के अन्तर्गत कार्यवाही करते हुए इन पर रोक लगाये जाने के लिये सम्बन्धित जनपदों के जिलाधिकारियों को निर्देशित किया जाय।

मंत्री जी ने यह भी कहा कि भूजल स्तर के सघन माॅनिटर्रिंग हेतु लखनऊ नगर निगम क्षेत्र के अन्तर्गत मुख्यालय एवं समस्त नगर निगम जोन में एक-एक पीजोमीटर डिजीटल वाटर लेवल रिकार्डर सहित स्थापित कराया जाय। उन्होंने इस बात पर बल देते हुए विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि अटल भूजल योजना के अन्तर्गत चयनित 10 जनपदों की 550 ग्राम पंचायतों के वाटर सिक्योरिटी प्लान को यथाशीघ्र तैयार कर लिया जाय। साथ ही जलशक्ति अभियान के अन्तर्गत ‘‘कैच दी रेन’’ कैम्पेन के क्रम में अटल भूजल योजना में चयनित 10 जनपदों में तालाबों का चिन्हीकरण करते हुए जीर्णोद्धार कार्य एवं वर्षा जल संचयन एवं भूजल रिचार्ज से सम्बन्धित अन्य कार्य मानसून के पूर्व, पूर्ण करा लिये जाएंे, जिससे आगामी मानसून में होने वाली वर्षा स,े अधिक से अधिक भूजल संचयन/रिचार्ज का लाभ प्राप्त हो सके।  इसके साथ ही प्रदेश के समस्त शासकीय/अर्द्धशासकीय तथा निजी स्कूल/ कालेज/ शैक्षिक संस्थानांे में वर्षा जल संचयन हेतु रुफटाॅप रेनवाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली की भी स्थापना की जाय। इस हेतु समस्त जनपदों के मुख्य विकास अधिकारी, उपाध्यक्ष, विकास प्राधिकरण एवं नगर आयुक्त को जनपद में अभियान के रुप में रुफटाॅप रेनवाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली की स्थापना हेतु निर्देशित किया जाय। बैठक के प्रारम्भ में श्री वी0के0 उपाध्याय, निदेशक, भूगर्भ जल विभाग द्वारा विभाग में संचालित योजनाओं की प्रगति के सम्बन्ध में विस्तृत रुप से अवगत कराया गया। समीक्षा के उपरान्त जलशक्ति मंत्री जी ने विभागीय वेबपोर्टल की सराहना करते हुए निर्देश दिये कि जनपदवार भूजल स्तर आंकड़ों के साथ ही सम्बन्धित जनपद के विकास खण्डवार एवं शहरी क्षेत्र के भूजल स्तर आकड़ों तथा वर्षा के आंकड़ों को भी अपलोड कराया जाय। मंत्री जी ने यह भी बताया कि जल संचयन एवं संवर्धन के क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले व्यक्ति/संस्थान/समूहों को राज्य सरकार द्वारा पुरस्कृत किया जायेगा।
नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि निर्माणाधीन चेकडेमों का निर्माण 15 जून तक पूर्ण करायें। तालाबों के निर्माण में तेजी लायें तथा इस कार्य में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होंने नये ब्लास्ट वेल का निर्माण मानक के अनुरूप किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने रेन वाटर हार्वेस्टिंग की नियमित सफाई कराये जाने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने डाॅ0 राम मनोहर लोहिया सामूहिक नलकूप योजना के भौतिक सत्यापन में तेजी लाये जाने के निर्देश दिये। बुन्देलखण्ड पैकेज के अन्तर्गत चेकडैम निर्माण व तालाबों के आधुनिकीकरण के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये। उन्होंने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत ‘हर खेत को पानी’ योजना के अन्तर्गत निःशुल्क बोरिंग, गहरी बोरिंग व मध्यम गहरी बोरिंग योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाने के निर्देश अधिकारियों को दिये।
प्रमुख सचिव नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति श्री अनुराग श्रीवास्तव ने बैठक में मंत्री द्वारा दिये गये निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किये जाने का आश्वासन दिया।
बैठक में श्री राजेश कुमार पाण्डेय, विशेष सचिव, नमामि गंगे तथा ग्रामीण जलापूर्ति एवं मुख्य अभियन्ता, लघु सिंचाई विभाग, श्री वी0के0 उपाध्याय, निदेशक, भूगर्भ जल विभाग के साथ-साथ विभागीय अन्य अधिकारी उपस्थित रहें।

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