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केंद्र सरकार ने कोविड महामारी राहत सामग्री के प्रभावी आवंटन और वितरण में समय बर्बाद नहीं किया

इंडिया टुडे ने अपनी खबर में आरोप लगाया है कि 25 अप्रैल, 2021 को कोविड-19 सहायता की पहली खेप भारत आई थी। इसके बाद केंद्र ने इन जीवन-रक्षक चिकित्सा आपूर्तिओं को वितरित करने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार करने में सात दिन का समय लिया।

यह खबर तथ्यात्मक जानकारी को गलत तरीके से सामने रखती है और पूरी तरह भ्रामक है।

स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा 2 मई, 2021 को आवंटन के लिए मानक संचालन प्रक्रिया जारी की गई थी, लेकिन केंद्र और अन्य स्वास्थ्य संस्थानों के माध्यम से राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों को रसीद, आवंटन और वितरण का काम तत्काल शुरू कर दिया गया था, जैसा कि वैश्विक समुदाय ने इस वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए भारत सरकार के प्रयासों के लिए सहायता करना शुरू कर दिया था।

स्वास्थ्य मंत्रालय में 26 अप्रैल, 2021 को अतिरिक्त सचिव (स्वास्थ्य) के तहत समन्वय प्रकोष्ठ का गठन किया गया था और इसने तुरंत काम करना शुरू कर दिया था। विभिन्न हितधारकों के बीच शीघ्र और प्रभावी समन्वय के लिए अंतर-मंत्रिस्तरीय सेल में शिक्षा मंत्रालय से प्रतिनियुक्ति पर एक संयुक्त सचिव, विदेश मंत्रालय से दो अतिरिक्त सचिव स्तर के अधिकारी, सीमा शुल्क के मुख्य आयुक्त, नागर विमानन मंत्रालय से आर्थिक सलाहकार, तकनीकी सलाहकार डीटीई जीएचएस, एचएलएल के प्रतिनिधि, स्वास्थ्य मंत्रालय से दो संयुक्त सचिव और इंडियन रेड क्रॉस सोसायटी (आईआरसीएस) के महासचिव के साथ अन्य प्रतिनिधि शामिल हैं।

उपरोक्त तथ्यात्मक जानकारी को देखते हुए, इंडिया टुडे को सलाह दी जाती है कि वे सार्वजनिक प्रभाव क्षेत्र में प्रकाशित तथ्यों के चयनात्मक उपयोग और खुद की व्याख्या को सही ठहराने के लिए तथ्यों को गलत रूप में रखने से बच सकते हैं।

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