उत्तर प्रदेश

संकल्प को सिद्धि तक पहुंचाने के लिए पुरुषार्थ कैसा होना चाहिए, भगवान राम उसके आदर्श : मुख्यमंत्री

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद गोरखपुर की गोला तहसील के भरौली गांव में बाबू आर0एन0 सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया तथा उनकी स्मृति में स्थापित डायलिसिस सेण्टर का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री जी ने प्रदेशवासियों को अष्टमी व रामनवमी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हम जो भी करते हैं, उसमें सफलता प्राप्त होना ही सिद्धि है। जिस संकल्प के साथ हम कार्य कर रहे हैं, उस संकल्प को सिद्धि तक पहुंचाने के लिए पुरुषार्थ कैसा होना चाहिए, भगवान राम उसके आदर्श हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ‘जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी’। व्यक्ति पैसा कमाकर बड़े पदों पर जा सकता है, यश और समृद्धि प्राप्त कर सकता है, लेकिन अपनी जन्मभूमि का ऋण वह कभी पूरा नहीं कर सकता है। अगर उस धरती के लिए कुछ करने का सौभाग्य प्राप्त होता है, तो वास्तव में उस व्यक्ति का जीवन धन्य हो जाता है। बाबू आर0 एन0 सिंह जी ने मुम्बई में परिश्रम के साथ काम करते हुए वहां समृद्धि, प्रसिद्धि व सम्मान प्राप्त किया। बाबू आर0 एन0 सिंह ने समृद्धि के साथ-साथ अपनी जन्मभूमि के लिए भी कार्य किया।
अच्छे चिकित्सकों एवं अत्याधुनिक सुविधा से युक्त 09 बेड के इस डायलिसिस सेण्टर में एक दिन में लगभग 25 से 30 लोगों की डायलिसिस की जा सकती है। बाबू आर0 एन0 सिंह के पुत्र श्री सन्तोष सिंह ने अपने पूज्य पिता जी के संकल्प को आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि भरौली गांव के लोगां को आज जो डायलिसिस सेण्टर प्राप्त हुआ है, यह वास्तव में एक उदाहरण है, एक प्रेरणा है। धन का यश और धर्म के लिये उपयोग हो, यह बहुत कम देखने को मिलता है।
इस डायलिसिस सेण्टर को टेली कन्सलटेशन (परामर्श) तथा नेफ्रोलॉजिस्ट की सुविधा के साथ जोड़कर और बेहतर ढंग से आगे बढ़ाया जा सकता है। डायलिसिस सेण्टर के प्रारम्भ होने से गोरखपुर के दक्षिणांचल क्षेत्र के लोगां को डायलिसिस के लिए कहीं बाहर जाने की आवश्यकता ही नहीं होगी। प्रतिदिन के खान-पान में फर्टिलाइजर, केमिकल, पेस्टिसाइड के प्रयोग के कारण ऐसी परिस्थितियां आ रही हैं, और लोग इन बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं। आज डायलिसिस सेण्टर की बहुत आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि दक्षिणांचल के लोग सामर्थ्यवान हैं। इस सामर्थ्य को समाज के लिए उपयोगी बनाया जाना चाहिए। बाबू आर0 एन0 सिंह व उनके पुत्र श्री संतोष सिंह ने जिस प्रकार यहां समाज के कल्याण के कार्यां को आगे बढ़ाया है, उसी प्रकार सकारात्मक सोच के साथ विकास एवं जनकल्याणकारी कार्यां को आगे बढ़ाया जाना चाहिए। यहां अच्छे आई0टी0आई0, स्किल डेवलपमेंट सेण्टर, पॉलिटेक्निक, चिकित्सालय तथा ब्लड बैंक बन जाएं, तो इसका लाभ लोगों को मिलेगा और विकास को गति मिलेगी। यहां पर सिक्योरिटी गार्ड ट्रेनिंग सेण्टर की स्थापना की गई है। बाबू आर0 एन0 सिंह का यह ट्रेनिंग सेण्टर दसवीं पास युवाओं को एक महीने की ट्रेनिंग के बाद रोजगार से जोड़ने का कार्य कर रहा है। अब तक 50 हजार से अधिक परिवार रोजगार के साथ जुड़ चुके हैं। सिक्योरिटी गार्ड ट्रेनिंग सेण्टर द्वारा प्रशंसनीय कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गोरखपुर का यह दक्षिणांचल क्षेत्र विकास के क्षेत्र में बहुत पीछे छूट गया था। डबल इंजन सरकार आज विकास की गति को तीव्रता के साथ आगे बढ़ा रही है। राज्य सरकार यहां से कुछ ही दूरी पर राम जानकी मार्ग बनाने के साथ-साथ धुरियापार में बायोफ्यूल का एक प्लांट देने जा रही है। जितना भी किसानां के खेत में पुआल, खर-पतवार होगा, उसका भी पैसा किसानों को अलग से मिलेगा। गाय और भैंस के गोबर का भी दाम मिलेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गोरखपुर के दक्षिणाचंल का क्षेत्र 02 हाईवे के साथ जुडे़गा। पहला हाईवे गोरखपुर-बड़हलगंज-कौड़ीराम होते हुए वाराणसी को फोर लेन के साथ जोड़ेगा, जबकि दूसरा फोरलेन हाईवे खजनी-सिकरीगंज-बेलघाट-आजमगढ़ होते हुए लखनऊ से जुड़ेगा। प्रदेश सरकार बंजर जमीन को खरीदेगी और यहां पर उद्योग लगाएगी। अब यहां के लोग गिरमिटिया मजदूर नहीं, बल्कि उद्योगपति बनेंगे। जो धन पहले सिंगापुर, बैंकॉक, मुम्बई में लगता था, अब वही धन दक्षिणांचल में लगेगा। यहां उद्योग लगेंगे और नौजवानों को ट्रेनिंग दी जायेगी। साथ ही, यहीं पर युवाओं को नौकरी व रोजगार भी प्राप्त होगा। इस प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। लगातार सुविधाएं दी जा रहीं हैं। किसी व्यक्ति की प्रगति में उसका व्यक्तिगत परिश्रम ही महत्वपूर्ण नहीं होता, बल्कि परिवार व गांव का भी योगदान होता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार विकास की इस प्रक्रिया को तेजी के साथ आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है। विकास होगा तो, ट्रेनिंग की क्षमता को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। यहां के नौजवानों को आने वाले समय में कहीं जाने की आवश्यकता नहीं होगी। बेटियां को यहीं पर शिक्षा के अच्छे सेण्टर मिलेंगे। आने वाले समय में नर्सिंग, फार्मेसी, टेक्निकल, प्रोफेशनल व हायर एजुकेशन में अच्छे-अच्छे कोर्सेज शुरू होंगे। मेडिकल की पढ़ाई के लिए बच्चों को यहीं पर तैयारी करवाने के उद्देश्य से सेण्टर स्थापित किये जायेंगे, जिससे अभिभावकों को चिंतित होने की आवश्यकता नहीं रहेगी। नौजवानों को अपने ही गांव व क्षेत्र के आस-पास बिना अभिभावकों पर अतिरिक्त भार बढ़ाये ही ये सुविधाएं प्राप्त होंगी, उनका जीवन आसान होगा। हमारे युवा अपनी ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ा पायेंगे।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण व शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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