उत्तर प्रदेश

मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के बन जाने से यहां के लोग देश एवं विदेश की यात्रा कर सकेंगे: मुख्यमंत्री

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद अयोध्या में विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के सभी आयुर्वेद मेडिकल काॅलेजों और आयुष प्रणाली से जुड़े सभी काॅलेजों को आयुष विश्वविद्यालय से जोड़ने जा रही है। महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय, गोरखपुर का शिलान्यास 28 अगस्त, 2021 को राष्ट्रपति जी के कर-कमलों से किया जा चुका है। इस आयुष विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य प्रारम्भ हो चुका है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने राजकीय आयुर्वेदिक मेडिकल काॅलेज एवं चिकित्सालय, अयोध्या तथा जनपद उन्नाव, श्रावस्ती, गोरखपुर, हरदोई, सम्भल, मीरजापुर में 50-50 शैय्या वाले एकीकृत आयुष चिकित्सालय और 250 राजकीय आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी/आयुष-हेल्थ वेलनेस सेण्टर का शिलान्यास किया। साथ ही, जनपद जनपद लखनऊ, कानपुर नगर, कानपुर देहात, संतकबीरनगर, ललितपुर, कौशाम्बी, सोनभद्र तथा देवरिया में 50-50 शैय्या वाले एकीकृत आयुष चिकित्सालय एवं 500 आयुष-हेल्थ वेलनेस सेण्टर जनता को समर्पित किए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आयुष चिकित्सा पद्धति के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हर जिले में आज से 02 दिवसीय आयुष मेले का आयोजन किया जा रहा है। आयुष मेले का शुभारम्भ करते हुए उन्होंने कहा कि इन मेलों द्वारा लगभग 50 लाख मरीजों को निःशुल्क दवा वितरित की जाएगी। प्रदेश सरकार लगातार आयुष चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा दे रही है। आयुष अस्पतालों, डिस्पेंसरी आदि का निर्माण कराया जा रहा है तथा वहां दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आयुष चिकित्सा प्रणाली हमारे देश की परम्परागत चिकित्सा प्रणाली है। आयुष पद्धति व्यापक अनुभव पर आधारित चिकित्सा पद्धति है, जो लोक कल्याण का माध्यम है। यह चिकित्सा पद्धति संक्रामक रोगों के प्रति इम्युनिटी को विकसित करती है। उन्होंने कहा कि कोरोना कालखण्ड के दौरान देश और दुनिया में आयुष चिकित्सा प्रणाली के प्रति जागरूकता बढ़ी है। आज आयुष का काढ़ा घर-घर प्रचलित हो चुका है। वैश्विक महामारी कोरोना के प्रति सावधानी एवं सतर्कता आवश्यक है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अयोध्या हम सबकी आस्था की प्रतीक है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की मंशा के अनुरूप प्रदेश सरकार का ध्येय अयोध्या को विश्व की सबसे सुन्दरतम नगरी के रूप में विकसित करने का है। नगरीय नियोजन के यह कार्य सरकार एवं जनता के परस्पर सहयोग से ही पूरे हो सकते हैं। केन्द्र एवं प्रदेश सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के दृष्टिकोण पर कार्य कर रही हैं।
मुख्यमंत्री जी ने जनपद अयोध्या के विकास के दृष्टिगत अयोध्या को जल मार्ग से जोड़ने की बात कही। इससे यहां के किसान अपने उत्पादों को देश और दुनिया में बेच सकेंगे। उन्होंने कहा कि अयोध्या एवं दक्षिण कोरिया का पुरातन सम्बन्ध रहा है। दक्षिण कोरिया की राजमाता अयोध्या की राजकुमारी थीं। उनके सम्मान में अयोध्या में क्वीन हो पार्क का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के आह्वान पर मोबाइल फोन बनाने वाली कम्पनी सैमसंग ने प्रदेश में निवेश किया है। यह कम्पनी प्रदेश में मोबाइल फोन बनाने का कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन से अयोध्या के दीपोत्सव कार्यक्रम ने देश और दुनिया के सामने अपनी एक विशिष्ट पहचान स्थापित की है। यहां भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण कार्य प्रगति पर है। अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के बन जाने से यहां के लोग देश एवं विदेश की यात्रा कर सकेंगे। लोकोपकारक एवं देशोपकारक रामराज्य की व्यवस्था शाश्वत एवं सार्वभौमिक है। केन्द्र एवं प्रदेश सरकार विकास की इस व्यवस्था के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना’ इसी दृष्टि से लागू की गयी है। कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लेना आवश्यक है और यह वैक्सीन प्रभावी है।
इसके पूर्व मुख्यमंत्री जी ने राजकीय इण्टर काॅलेज, अयोध्या में आयुष विभाग की प्रदर्शनी का अवलोेकन किया और स्टाॅलों का निरीक्षण किया। कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय आजीविका मिशन के अन्तर्गत स्वयं सहायता समूह की 109 लाभार्थियों को
1.19 करोड़ रुपये की धनराशि वितरित की। साथ ही, दिव्यांगजन को ट्राईसाइकिल प्रदान कीं एवं विभिन्न विकास योजनाओं के लाभार्थियों को लाभान्वित किया।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने हनुमान गढ़ी एवं श्रीरामलला में दर्शन-पूजन किया और अयोध्या परिक्षेत्र में स्थित श्रीमणिराम दास छावनी में श्रीराम सत्संग भवन का लोकार्पण भी किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए केन्द्रीय आयुष और पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश धर्म एवं आध्यात्म का क्षेत्र है। भारत की प्राचीन आयुष चिकित्सा पद्धति आम जनमानस के लिए बहुत ही लाभकारी है। उन्होंने कहा कि आम लोगों में इस पद्धति का बेहतर प्रचार-प्रसार किए जाने की आवश्यकता है।

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