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योग साधना जन आंदोलन होना चाहिए- मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे

आज कि बदलती जीवन शैली मे तनाव है। इस तनाव पर नियंत्रण  पाने के लिए योग साधना की आवश्यकता है । इस योग साधना  को अपनाकर, इसे जन आंदोलन बनाने की अपील  महाराष्ट्र के मुख्यमंत्रीने आंतरराष्ट्रीय योग दिन के आयोजन पर अपील की ।

           मुंबई में आयोजित इस शिबीर के आयोजन पर श्री. शिंदे ने अपनी बात रखी। इस आयोजन समारोह को  वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, उपभोक्ता संरक्षण मंत्रालय, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय, कपड़ा मंत्रालय, मुंबई पोर्ट अथॉरिटी पतंजलि योग समिति मुंबई, भारत फूड कॉर्पोरेशन ईसीजीसी लिमिटेड, सिप्ज़-सेज़ मुंबई, सीआईसीएफ, गेटवे ऑफ़ इंडिया द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया गया। श्री. शिंदे ने इस आयोजन समारोह के दौरान जानकारी दी । इस अवसर पर, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पियूष गोयल, मुंबई पोर्ट ट्रस्ट के राजीव जलोटा, टाटा मेमोरियल के डॉ. अमित गुप्ता पतंजलि समूह के अध्यक्ष सुरेश यादव, धर्मवीर शास्त्री सहित विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

             मुख्यमंत्री श्री शिंदे ने कहा कि “वसुधैव कुटुम्बकम योग दिवस की अवधारणा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परिवार के सदस्य की तरह देश की देखभाल कर रहे हैं। योग दिवस को  आज 9 साल पूरे हो गए हैं. संयुक्त राष्ट्र में योग दिवस मनाने के प्रस्ताव को 200 से अधिक देशों ने स्वीकार किया है। हमारे देश ने पूरे विश्व को स्वास्थ्य की कुंजी दी है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपील की, योग करें और स्वस्थ रहें, योग करें और निरोगी रहें” ।

             पीयूष गोयल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संयुक्त राष्ट्र के कार्यक्रम में भाग लेकर हमारे देश का नाम दुनिया में ले जाने का काम कर रहे हैं. उन्होंने अपने उदाहरण से योग के लाभ और महत्व को समझाया। कोविड काल में बोलना मुश्किल था। उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझे प्राणायाम करने की सलाह दी थी और आज मैं ठीक से बोल सकता हूं ।

             इस मौके पर फिटनेस गुरु सुरेश यादव के मार्गदर्शन में योग किया गया।

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