उत्तर प्रदेश

इटावा के भरथना विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी डॉक्टर सिद्धार्थ शंकर को मिला उनके पिता श्री स्वर्गीय श्री गौरी शंकर जी का पूरा श्रेय

उत्तर प्रदेश चुनाव मैं जनपद इटावा की प्रतिष्ठित भरथना विधानसभा जो क्षेत्रफल और मतदाताओं के आधार पर प्रदेश की सबसे बड़ी विधानसभा है जहां से भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर सिद्धार्थ शंकर दोहरे के जन प्रयास और उनके पिताश्री स्वर्गीय गौरीशंकर दोहरे जी जो कि पूर्व में उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे उनके द्वारा किए गए विकास कार्यों का बहुत बड़ा योगदान रहा जिसका डॉ शंकर को बड़ा श्रेय मिला।

बताते चलें कि क्षेत्रीय जनता ने अपार जनसमर्थन से सहयोग और समर्थन देकर उनके पुत्र सिद्धार्थ जी को इस लोकतंत्र के पर्व पर अपना आशीर्वाद देकर सपा का गढ़ कहे जाने वाले भरथना विधानसभा सीट को अपने विकास के बल बूते पर लगभग जीत दिला ही दीं हैं मात्र अब औपचारिकताएं बांकी हैं आज मध्य स्थलों पर बीजेपी की जो राष्ट्रवादी सोच और उनकी विचारधारा ने नए उत्तर प्रदेश की जो परी संकल्पना की है उसका आम जन समूह जमकर अपार जन समर्थन देकर जो शुभ आशीर्वाद दिया है वह अपने आप में काबिले तारीफ है यह इटावा की धरती पर पहली बार हुआ है जहां मुलायम सिंह और उनके भाई शिवपाल सिंह सहित सारे परिवार के लोगों ने जिस तरह से लोगों को गुमराह करके अपने व्यक्ति विशेष के रूप में संपत्तियों अवैध कब्जों और व्यापारियों से नाजायज धन वसूली उनकी और उनकी पार्टी की हार का कारण बनी है यह पहली बार देखने को मिला है जैसे इटावा को उसमें भी भरथना विधानसभा सपा का दुर्ग मानी जाती थी उसमें भी सपा को हार का सामना करना पड़ रहा है आंकड़े कुछ भी कहे फिलहाल मतदाताओं से मिली रिपोर्टों के आधार पर कहना लाजमी है कि यह अवैध दुर्ग में भाजपा का प्रवेश पाना वह भी विकास के आयामों को छूता है जो भी हो आने वाले समय में निर्णय सपा या बसपा या भाजपा के पक्ष में आए मगर मतदाताओं ने भयमुक्त होकर मतदान किया है ।

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