उत्तर प्रदेश

प्रदेश में वर्तमान में मृत्युदर 1.45 प्रतिशत है जो राष्ट्रीय औसत 1.49 प्रतिशत से कम है

लखनऊ: प्रदेश के वित्त, संसदीय कार्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना  ने आज यहां  विधान भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में प्रेस प्रतिनिधियों से वार्ता  करते हुए बताया है कि प्रदेश के कोविड-19 के संक्रमण के कारण प्रभावित हुई  आर्थिक गतिविधियां पुनः अपनी रफ्तार पकड़ रही हैं। माह जुलाई-अगस्त-सितम्बर में आर्थिक गतिविधियों के बेहतरहोने का सिलसिला माह अक्टूबर 2020 में भी जारी है।प्रमुख कर-करेत्तर राजस्व वाले मदों में वित्तीय वर्ष 2020-21 के अक्टूबर माह में कुल 10672.79 करोड़रूपये का राजस्व प्राप्त हुआ जबकि वर्ष 2019-20 के अक्टूबर माह में 8844.35 करोडरूपये ़का राजस्व प्राप्त हुआ था। इस प्रकार माह अक्टूबर, 2020 मंे कर-करेत्तर राजस्व के महत्वपूर्ण मदों मंे गत वर्ष इसी माह की तुलना में 1828.44 करोड़रूपये अधिक राजस्व प्राप्त हुआ है, जो 20.6 प्रतिशत अधिक है।
श्री खन्ना ने बताया कि जी.एस.टी. के मद में वित्तीय वर्ष 2020-21 के अक्टूबर माह में कुल 3795.44 करोड़ रूपये का राजस्व प्राप्त हुआ है, जबकि वर्ष 2019-20 के अक्टूबर माह में 3312.28 करोड़ रूपये का राजस्व प्राप्त हुआ था, जो 483.16 करोड़ रूपये अधिक है। वैट के अन्तर्गत माह अक्टूबर, 2020 की प्राप्ति 1802.83 करोडरूपये है। माह अक्टूबर, 2019 में वैट मद की प्राप्ति 1504.44 करोड रूपये़ थी। इस प्रकार इस मद में गत वर्ष की तुलना में 298.39 करोड़ रूपये का इजाफा हुआ है। आबकारी के मद में वित्तीय वर्ष 2020-21 के अक्टूबर माह में कुल 2403.20 करोड़ रूपये ़का राजस्व प्राप्त हुआ, जो माह अक्टूबर 2020 के लक्ष्य का 106.8 प्रतिशत है। जबकि वर्ष 2019-20 के अक्टूबर माह में 1860.60 करोड़ रूपये का राजस्व प्राप्त हुआ था। इस मद में 542.60 करोड़ रूपये की वृद्धि हुई है। स्टाम्प तथा निबन्धन के अन्तर्गत माह अक्टूबर, 2020 की प्राप्ति 1805.79 करोड़ रूपये है। माह अक्टूबर, 2019 में इस मद में प्राप्ति 1368.14 करोड़ रूपये थी।इस प्रकार स्टाम्प तथा निबन्धन के मद में 437.65 करोड़ रूपयें की वृद्धि है। उन्होंने बताया कि करेत्तर राजस्व की प्रमुख मद भूतत्व एवं खनिकर्म में माह अक्टूबर, 2020 में 284.77 करोड़ रूपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। अक्टूबर, 2019 में प्राप्ति 145.02 करोड़ रूपये था। इस मद में गत वर्ष की तुलना में 139.75 करोड़ रूपये अधिक की प्राप्ति हुई है।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने बताया कि प्रदेश में कोविड-19 का संक्रमण दर निरन्तर घट रहा है। परन्तु इस समय और अधिक सावधान रहने की आवश्यकता है। प्रदेश में कोविड-19 से मृत्यु-दर घट रहा है और रिकवरी दर निरन्तर बढ़ रहा है। प्रदेश में वर्तमान में मृत्युदर 1.45 प्रतिशत है जो राष्ट्रीय औसत 1.49प्रतिशत से कम है। प्रदेश में वर्तमान में कोविड-19 का पाजिटिविटी रेट 3.5 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय औसत 6.00प्रतिशत से कम है। उन्होेंने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में रिकवरी दर 94 प्रतिशत है जो राष्ट्रीय दर का 91.6 प्रतिशत से अधिक है।
श्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि मा0 मुख्यमंत्री जी के कुशल नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे मनोयोग से कार्य किया है। प्रदेश सरकार के नवोन्मेशी प्रयोगों एवं बेहतर रणनीतियों के कारण प्रदेश में कोविड संक्रमण पर नियन्त्रण पाने में सफलता मिली है। प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए कई इनोवेटिव प्रयोग किये गये जिससे प्रदेश में कोरोना  से मृत्युदर एवं संक्रमण दर दोनों ही घटा है और रिकवरी दर बढ़ी है।ग्रेटर नोएडा एवं केजीएमयू में लगभग 1200 लोगों की प्लाज्मा थेरेपी की गयी, जिसमें 67 प्रतिशत रिकवरी दर है। प्रदेश के मेडिकल कालेजों को वर्चुअल आईसीयू के माध्यम से एसजीपीजीआई से जोड़ा गया है ताकि मेडिकल कालेज मरीजों को और बेहतर इलाज एवं कंसल्ट के लिए एसजीपीजीआई से जुड़ सके। टेली-मेडिसिन के लिए इलेक्ट्रानिकली कोविड केेयर सर्पोट सिस्टम से पूर्वांचल क्षेत्र के मेडिकल कालेजों को बीएचयू से मध्य यूपी तथा बुन्देलखण्ड क्षेत्र के मेडिकल कालेजों को केजीएमयू से तथा पश्चिमी यूपी के मेडिकल कालेजों को एसजीपीजीआई से जोड़ा गया है।जिससे सम्बन्धित क्षेत्र के क्रिटिकल मरीजों को मेडिकल कालेजों द्वारा कंसल्टेशन के माध्यम से बेहतर इलाज दिया जा सके।

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