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रबी के इस सीजन में सरसों का उत्पादन रिकॉर्ड 110 लाख टन तक पहुंचने का अनुमानः सीओओआईटी

खाद्य तेल उद्योग की सर्वोच्च संस्था सेंट्रल ऑर्गेनाइजेशन फॉर ऑयल इंडस्ट्री एण्ड ट्रेड (सीओओआईटी) के मुताबिक 2021-22 के रबी सीजन में देश का सरसों उत्पादन बढ़कर 100-110 लाख टन तक पहुंचने का अनुमान है, क्योंकि इस सीजन किसानों ने ज्यादा बुवाई की है। सरसों मुख्य रबी फसलों में से एक है, इसका उत्पादन 2020-21 के फसल वर्ष (जुलाई-जून) में 85 लाख टन रहा था।

सीओओआईटी के अध्यक्ष बाबूलाल डाटा ने कहा कि इस साल राजस्थान सहित सभी उत्पादक राज्यों में सरसों के बीज की बुवाई ज्यादा की गई है। ऐसे में हमें अनुमान है कि 2021-22 सीजन में सरसों का उत्पादन 100-110 लाख टन तक पहुंच सकता है।

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, रबी के इस सीजन की बात करें तो 10 दिसम्बर 2021 तक रेपसीड और सरसों बीज के लिए कवरेज क्षेत्र 81.66 लाख हेक्टेयर था, जो पिछले साल 65.97 लाख हेक्टेयर था। बाबूलाल डाटा ने कहा कि कहा कि किसानों को रबी के पिछले सीजन सरसों की फसल के अच्छे दाम मिले। परिणामस्वरूप इस सीजन उन्होंने ज्यादा जमीन पर सरसों बोई है।

अब तक मौसम की परिस्थितियां भी अनुकूल बनी हुई हैं। 1952 में स्थापित सीओआईआईटी भारत में वनस्पति तेल क्षेत्र के विकास में सक्रिय है। सीओओआईटी राष्ट्रीय स्तर की सर्वोच्च संस्था है, जो देश में सम्पूर्ण वनस्पति तेल क्षेत्र के हितों का प्रतिनिधित्व करती है। इसके सदस्यों में राज्य स्तरीय संगठन, प्रमुख निर्माता/ कारोबार, कारोबार एवं निर्यात सदन शामिल हैं।

आपको बता दें कि रबी सीजन की फसलों की बुवाई सामान्यतः अक्टूबर से नवम्बर के महीनों में की जाती है. इन फसलों की बुवाई के समय कम तापमान की आवश्यकता होती है। साथ ही फसल पकते समय खुश्क और गर्म वातावरण की आवश्यकता होती है। रबी सीजन में गेहूं, जौ, चना, मसूर, सरसों आदि फसलों की खेती को प्रमुख स्थान दिया जाता है।

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