उत्तर प्रदेश

तीन दशक के बाद हम उत्तर प्रदेश में 403 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं: श्रीमती प्रियंका गाँधी

लखनऊ: कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी श्रीमती प्रियंका गाँधी ने आज नोएडा में कांग्रेस पार्टी की नोएडा विधानसभा से प्रत्याशी पंखुड़ी पाठक के लिए डोर टू डोर प्रचार किया और लोगों से संवाद किया। जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान श्रीमती प्रियंका गांधी ने कहा कि तीन दशक के बाद हम उत्तर प्रदेश में 403 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। जातिवाद और सांप्रदायिकता वाद फैलाने से सिर्फ़ राजनीतिक दलों का फायदा होता है। जनता का फायदा नहीं। इसलिए लोगों को विकास करने वाले जनप्रतिनिधि को चुनना चाहिए। अपने अभियान की शुरुआत उन्होंने सेक्टर-26 कालीबाड़ी मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ की।

डोर टू डोर चुनाव प्रचार से पहले उन्होंने आशा, आंगनबाड़ी, उद्योगों से जुड़े लोग, फ्लैट बायर एसोसिएशन, किसान, महिलाओं, स्टार्ट अप से जुड़ी महिलाओं से बातचीत की और उनकी विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए कांग्रेस पार्टी का रोडमैप भी बताया। उन्होंने कहा कि हम विभिन्न रोजगारों के लिए एक जॉब कैलेंडर तैयार करेंगे और युवाओं बताएंगे कि हम उन्हें नौकरी कैसे देंगे।

आशा वर्करों के सवालों का जवाब देते हुए श्रीमती प्रियंका गांधी ने कहा कि  कांग्रेस ने वादा किया है कि, अगर यूपी में हमारी सरकार आई तो आशाओं का नियमितीकरण होगा और 10 हजार उनका मानदेय तय होगा। हमने जो वादा किया है, वह पूरा होगा। आशा, आंगनबाड़ी के साथ ही असमानता व अन्याय की लड़ाई लड़ रही हर महिला साथ कांग्रेस खड़ी है। हमने पार्टी की तरफ से 40 प्रतिशत टिकट महिलाओं को देने का वादा किया था, अपने वादे के मुताबिक हम गरीब, शोषित महिलाओं, युवाओं को टिकट दे रहे हैं।

एमएसएमई इंडस्ट्रीज ने प्रियंका गांधी के संवाद करते हुए कहा, नोएडा को बसाने में छोटी औद्योगिक इकाइयों की महत्वपूर्ण भूमिका है, लेकिन आज की तिथि में इनकी सभी समस्याओं को नहीं सुना जा रहा है। आज अडानी ग्रुप को 20 हजार वर्ग मीटर जमीन अलॉट कर दी गई, लेकिन एमएसएमई इंडस्ट्री के लिए इनके पास एक भी प्लॉट नहीं है।सिंगल विंडो की बात करते हैं, लेकिन सिंगल विंडो के पीछे 25 और विंडो एमएसएमई सेक्टर के लिए रहती हैं। प्रियंका गांधी ने कहा, इस देश की सबसे मजबूत निधि एमएसएमई इंडस्ट्री है। इनके 2 मित्र आज पूरे देश को बेच रहे हैं। एमएसएमई इंडस्ट्री को मजबूत करना होगा। अगर चाइना से टक्कर लेनी है तो हमें अपने अपनी मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ाना होगा।

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