उत्तर प्रदेश

कोरोना वैक्सीनेशन का प्रतिशत जैसे-जैसे बढ़ता जा रहा है, कोरोना वैरिएंट कमजोर होता हुआ दिखाई दे रहा

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जनपद शामली में संचालित डेडीकेटेड कोविड हॉस्पिटल का निरीक्षण कर कोरोना उपचार व्यवस्था की जानकारी प्राप्त की।
निरीक्षण के उपरान्त, मुख्यमंत्री जी ने मीडिया प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस सदी की सबसे बड़ी महामारी कोरोना की थर्ड वेव के संबंध में चिकित्सा विशेषज्ञों ने काफी आशंकाएं व्यक्त की थी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोविड संक्रमण की थर्ड वेव को लगभग नियंत्रित कर लिया गया है। प्रदेश में 17 जनवरी, 2022 को कोरोना संक्रमण के एक्टिव मामले 01 लाख 06 हजार 600 से अधिक थे। वर्तमान में उनकी संख्या लगभग 32 हजार है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना संक्रमण की थर्ड वेव में संक्रमण के प्रसार की संभावना अधिक रही, किंतु कोरोना टीका का सुरक्षा कवच प्राप्त लोगों में यह संक्रमण सामान्य वायरल फीवर बनकर रह गया। जनपद शामली में कोरोना संक्रमण के कुल एक्टिव मामले 208 हैं। इन सभी का उनके घरों में ही उपचार हो रहा है। निगरानी समितियों तथा इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर के माध्यम से उनका हालचाल लेने के साथ दवाएं आदि उपलब्ध कराई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना संक्रमण की दूसरी वेव अपेक्षाकृत खतरनाक थी। इस वेव के दौरान ऑक्सीजन की क्राइसिस महसूस की गई। ऐसे में भारत सरकार के सहयोग से प्रत्येक जनपद को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की आपूर्ति करने के प्रयास किए गए। प्रदेश का हर जनपद ऑक्सीजन में आत्म निर्भरता प्राप्त कर सके, इसके लिए प्रदेश के प्रत्येक जनपद में पर्याप्त संख्या में ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित किए गए। राज्य में 551 ऑक्सीजन प्लॉण्ट लगाये गये। जनपद शामली में 07 ऑक्सीजन प्लाण्ट स्थापित हुये हैं, यह सभी क्रियाशील हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने में सबसे प्रभावी भूमिका स्वास्थ्य विशेषज्ञों, हेल्थ वर्कर्स एवं कोरोना वारियर्स की रही है। इसके साथ ही कोरोना वैक्सीनेशन की भी एक बड़ी भूमिका है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में अब तक कोरोना वैक्सीन की 26 करोड़ 75 लाख डोज दी गई हैं। इसमें 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 100 प्रतिशत से भी अधिक लोगों को वैक्सीन की प्रथम डोज दी जा चुकी है। प्रदेश में कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज प्राप्त करने वाले लोगों की संख्या 72 प्रतिशत से अधिक है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य में 15 से 17 वर्ष आयु वर्ग के लगभग 75 प्रतिशत नवयुवकों ने कोरोना वैक्सीन की डोज ली है। इनमें दूसरी डोज लेने वालों की संख्या भी लगभग 2 प्रतिशत हो चुकी है। 60 वर्ष से अधिक आयु के कोमॉर्बिड व्यक्तियों, हेल्थ वर्कर्स एवं कोरोना वॉरियर्स के लिए प्रिकॉशन डोज की व्यवस्था की गई है। इनमें 73 प्रतिशत से अधिक लोगों को कोरोना वैक्सीन की प्रिकॉशन डोज दी जा चुकी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद शामली में 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में शत प्रतिशत लोगों को कोरोना वैक्सीन की प्रथम डोज दी जा चुकी है। 67 प्रतिशत व्यक्तियों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज दी जा चुकी है। 15 से 17 वर्ष आयुवर्ग के लगभग 90 प्रतिशत लोगों को कोरोना वैक्सीन की प्रथम डोज दी जा चुकी है। लगभग 03 प्रतिशत नव युवकों को वैक्सीन की दोनों डोज दी जा चुकी है। जनपद शामली में 68 प्रतिशत लोगांे ने प्रिकॉशन डोज ले ली है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सदी की सबसे बड़ी महामारी कोरोना के विरुद्ध देश की लड़ाई मजबूती से आगे बढ़ रही है। कोरोना वैक्सीनेशन का प्रतिशत जैसे-जैसे बढ़ता जा रहा है, कोरोना वैरिएंट कमजोर होता हुआ दिखाई दे रहा है। लेकिन संक्रमण के प्रति सतर्कता और सावधानी आवश्यक है। सतर्कता और सावधानी के दृष्टिगत प्रदेश में हर सार्वजनिक स्थान पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण नियंत्रण में है। इसलिए इससे डरने और भागने की जरूरत नहीं है, बल्कि सुरक्षित रख सकने वाली कोरोना गाइडलाइंस का प्रभावी ढंग से पालन किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने अपील की कि बुजुर्ग, बीमार, बच्चे, गर्भवती महिलाएं, कमजोर इम्युनिटी के लोग भीड़भाड़ तथा सार्वजनिक स्थानों पर जाने में सावधानी बरतें। शेष लोगों को घर से बाहर निकलने की आवश्यकता हो तो मास्क जरूर लगायें। जिन लोगों ने कोरोना वैक्सीन नहीं ली है, वह वैक्सीन ले लें। कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लेने वाले समय से वैक्सीन की दूसरी डोज भी प्राप्त कर लें।

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