उत्तर प्रदेश

मुख्यमंत्री ने अयोध्या में ‘मिशन महिला सारथी’ का शुभारम्भ किया

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि आज शारदीय नवरात्रि की अष्टमी तिथि है। देश व प्रदेश में जगत जननी मां भगवती के आठवें रूप महागौरी की पूजा और अनुष्ठान किया जा रहा है। आज महाष्टमी की तिथि पर ‘मिशन शक्ति’ के क्रम में ‘मिशन महिला सारथी’ का शुभारम्भ किया जा रहा है। यहां से 51 बसें प्रदेश की अलग-अलग जगहों के लिए जाएंगी। इन बसों की चालक और परिचालक महिलाएं हैं। परिवहन निगम की बसों में चालकों और परिचालकों के रूप में महिलाओं का होना गर्व की बात है। अब बेटियां फाइटर पायलट भी बन चुकी हैं।
मुख्यमंत्री जी आज जनपद अयोध्या में ‘मिशन महिला सारथी’ का शुभारम्भ करने के पश्चात इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने 51 साधारण बी0एस0-टप् बसों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया तथा ‘मिशन महिला सारथी’ के प्रतीक का अनावरण किया। भारतीय समाज ने इस मान्यता को प्रमुखता के साथ आगे बढ़ाया है कि जिस समाज में नारी का सम्मान तथा गरिमा की रक्षा होगी, वह समाज सशक्त व आत्मनिर्भर बनेगा। प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से प्रदेश सरकार शारदीय नवरात्रि की प्रथम तिथि से नारी गरिमा की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलम्बन के लिए मिशन शक्ति के चतुर्थ चरण का कार्य निरन्तर आगे बढ़ा रही है। प्रदेश सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश पुलिस और प्रदेश शासन की विभिन्न सेवाओं में डेढ़ लाख से अधिक बहन-बेटियों को नियुक्ति प्रदान की गई है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम प्रदेश में परिवहन की रीढ़ माना जाता है। परिवहन निगम की पहली बस मई 1947 में चलाई गई थी। परिवहन निगम ने तब से एक लम्बी दूरी तय की है। पहले परिवहन निगम, परिवहन का एकमात्र साधन होता था। गांवों और शहरों में लोग परिवहन निगम की बसों से यात्रा करते थे। आज परिवहन निगम विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रदेश में अब बस स्टेशन भी एयरपोर्ट की तर्ज पर बनेंगे। इस पर कार्य प्रारम्भ हो चुका है। नई तकनीकों को अपनाने का कार्य किया जा रहा है। तकनीक का उपयोग करके हम जीवन में बहुत बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं। पहले बसों में बहुत सारी खामियां होती थीं, लेकिन अब तकनीक का उपयोग करते हुए बसों के मजबूतीकरण की कार्यवाही की गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा बसें क्रय करने के लिए 400 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है। कुम्भ-2025 के दृष्टिगत अधिक संख्या में बसों का क्रय किया जाएगा। इसमें इलेक्ट्रिक बसें भी सम्मिलित होंगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि परिवहन निगम डीजल बसों से इलेक्ट्रिक बसों की ओर अग्रसर है। बहुत शीघ्र परिवहन निगम की बसें और अनुबन्धित बसें जिनका संचालन परिवहन निगम कर रहा है, इलेक्ट्रिक बसों के रूप में दिखाई देंगी। इलेक्ट्रिक बसों में पर्यावरण प्रदूषण और शोर नहीं होता तथा गति सामान्य बसों की अपेक्षा अच्छी हो सकती है। इलेक्ट्रिक बसें एक बार चार्ज होने पर 300 किलोमीटर आसानी से चल सकती हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए एक नीति बनाई है। जो व्यक्ति इलेक्ट्रिक बस खरीदेगा, प्रदेश सरकार उसको एक बस के लिए एक बार में 20 लाख रुपए तक की सहायता प्रदान करेगी। स्कूल, कॉलेज, परिवहन निगम में अनुबन्धित करने व सिटी बस सेवा के लिए बस खरीदने पर प्रदेश सरकार रूट उपलब्ध कराएगी। यदि परिवहन निगम और नगर विकास विभाग द्वारा बसों के लिए जगह-जगह चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जाते हैं तो एक प्रदूषण मुक्त व्यवस्था आम नागरिकों को प्राप्त हो सकेगी। प्रदेश में शीघ्र ही इलेक्ट्रिक बसों के निर्माण का कार्य भी प्रारम्भ हो जाएगा, यह क्षण अत्यन्त महत्वपूर्ण होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हम सभी ने परिवहन निगम की कार्य कुशलता को प्रयागराज कुम्भ-2019 में देखा है। इस दौरान बसों द्वारा 24 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं को संगम स्नान के लिए और प्रयागराज के अलग-अलग स्थानों पर जाने का अवसर प्राप्त हुआ था। इस सदी की सबसे बड़ी महामारी कोविड-19 के समय प्रदेश के 40 लाख तथा बड़ी संख्या में विभिन्न राज्यों के लोग विस्थापित होकर अपने घरों के लिए पैदल चले थे, तब उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने इस चुनौती को स्वीकार किया था। परिवहन निगम की 11 से 12 हजार बसों के बेड़े के साथ चालक और परिचालक प्रदेश की सीमाओं पर डटे हुए थे। प्रदेश के नागरिकों को उनके घरों तक पहुंचाने का कार्य परिवहन निगम की बसों द्वारा किया गया। अन्य राज्यों के लोगों को भी प्रदेश की सीमा तक पहुंचाने का कार्य किया गया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना कालखण्ड में परिवहन निगम की 500 बसें भेज कर राजस्थान के कोटा में फंसे हुए प्रदेश के 14 हजार बच्चों व उत्तराखंड राज्य के 4 हजार बच्चों को सकुशल निकाला गया। कोटा से वापस आने वाले प्रदेश के सभी बच्चे ‘मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना’ से जुड़कर बेहतरीन भविष्य का निर्माण कर रहे हैं। संकट के समय जो साथ खड़ा हो, वही सच्चा साथी होता है। परिवहन निगम आपके संकट का साथी है।
इस अवसर पर मिशन महिला सारथी पर आधारित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया।
कार्यक्रम को परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दयाशंकर सिंह ने भी सम्बोधित किया।
इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, प्रमुख सचिव परिवहन श्री एल0 वेंकटेश्वर लू ,प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना श्री संजय प्रसाद व शासन प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने ऋषभनाथ दिगम्बर जैन मन्दिर में दर्शन-पूजन किया तथा साध्वी ज्ञानमती माता से भेंट की। उन्होंने सिद्ध पीठ छोटी देवकाली मन्दिर में दर्शन-पूजन किया।
मुख्यमंत्री जी ने मणिरामदास की छावनी में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के अध्यक्ष महंत श्री नृत्य गोपाल दास से भी भेंट की।

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