उत्तर प्रदेश

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में बेहतर ट्रांसपोर्ट कनेक्टिविटी के लिए कम्बाइन्ड रेसिप्रोकल कॉमन ट्रांसपोर्ट एग्रीमेंट किया गया साइन: सिद्धार्थ नाथ सिंह

लखनऊः केन्द्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार श्री हरदीप सिंह पुरी की अध्यक्षता में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) की क्षेत्रीय योजना/उप क्षेत्रीय योजना-2021 के प्रस्तावों/नीतियों का क्रियान्वयन तथा क्षेत्रीय योजना-2041 के प्रारूप पर चर्चा के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र योजना बोर्ड की 40वीं बैठक निर्माण भवन, नई दिल्ली में आज आयोजित की गयी। इस बैठक में प्रदेश के सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम, निवेश व निर्यात प्रोत्साहन मंत्री श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने वर्चुअल प्रतिभाग किया। इसके अलावा हरियाणा राज्य के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर, राजस्थान के आवास एवं नगर विकास मंत्री श्री धारीवाल तथा दिल्ली के मुख्य सचिव ने भी बैठक में वर्चुअल प्रतिभाग किया।
बैठक में श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बताया कि एनसीआर क्षेत्रीय योजना/उप क्षेत्रीय योजना-2021 के प्रस्तावों/नीतियों का क्रियान्वयन प्रदेश में भलीभांति किया जा रहा है। प्रदेश के शामली एवं मुजफ्फरनगर जिलों को भी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के विस्तारित क्षेत्र में शामिल करने का ड्राफ्ट तैयार कर लिया गया है। इसी प्रकार एनसीआर रीजनल प्लान में यमुना एक्सप्रेस-वे इन्डस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (यीडा) को मेट्रो सेन्टर के रूप में घोषित किया गया है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शामिल उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली एवं राजस्थान राज्यों के बीच बेहतर ट्रांसपोर्ट कनेक्टिविटी के लिए कम्बाइन्ड रेसिप्रोकल कॉमन ट्रांसपोर्ट एग्रीमेंट साइन किया गया, जिससे इन राज्यों के एनसीआर क्षेत्र में बिना किसी रूकावट के सीमलैस आवागमन को बल मिलेगा।
श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के 100 किमी0 के दायरे में आने वाले सभी जनपदों मेरठ, शामली, मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर आदि शहरों को विकसित किया जायेगा तथा इस क्षेत्र के नेशनल/स्टेट हाइवे, एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ के एक किमी0 दायरे को भी विकसित किया जायेगा। वर्तमान में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के रिजनल प्लान-2041 का प्रारूप 55,083 वर्ग किमी0 क्षेत्र को लेकर तैयार किया जा रहा है, जिसमें लोगों को वैश्विक स्तर की सुविधाएं मिलेंगी। इस प्रकार से इस क्षेत्र को विकसित किया जा रहा है।

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