उत्तर प्रदेश

मोबाइल वेटरनरी यूनिट का संचालन सुव्यवस्थित रूप से कराया जाए: धर्मपाल सिंह

लखनऊः उत्तर प्रदेश सरकार के पशुधन एवं दुग्ध विकास विभाग के कैबिनेट मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने आज यहां विधान भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में विभागीय बजट एवं आगामी कार्य योजना के संबंध में उच्च स्तरीय समी़़क्षा बैठक करते हुए कहा कि गर्मी के दृष्टिगत पराग मिल्क पार्लर सुव्यवस्थित रूप से संचालित हों और किसानों को दुग्ध मूूल्य का भुगतान समय से सुनिश्चित किया जाये। इसके अतिरिक्त छोटे किसानों एवं पशुपालकों के हितों के दृष्टिगत भेड़, बकरी, मुर्गी आदि लघु पशु से संबंधित योजनाओं को और प्रोत्साहित किया जाये। गोसंरक्षण के संवर्धन हेतु संचालित योजनायें, निराश्रित गोआश्रय स्थलों की स्थापना, मुख्यमंत्री निराश्रित/बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना तथा कुपोषित परिवारों को निराश्रित गोआश्रय स्थल से दुधारू गाय उपलब्ध कराने की योजना के संचालन में और अधिक तेजी लाई जाए।
पशुधन मंत्री ने कहा कि पशु चिकित्सा पॉलीक्लीनिक, पशुओं के संचारी रोग नियंत्रण हेतु टीकाकरण, बधियाकरण, जोखिम बीमा प्रबन्धन एवं कृत्रिम गर्भाधान के कार्यक्रमों को गति देते हुए कुक्कुट विकास नीति-2022 के द्वारा प्रदेश में अण्डा उत्पादन बढ़ाये जाने एवं नई कुक्कुट इकाईयॉ स्थापित किये जाने पर विशेष बल दिया जाये। उन्होंने कहा कि पशु सेवा हेतु 520 मोबाइल वेटरनरी यूनिट प्राप्त हो गई है। जिससे इनके परिचालन का कार्य सुनियोजित और सुव्यवस्थित रूप से किया जाए, ताकि राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप किसानों एवं पशुपालकों को इसका त्वरित लाभ मिल सके।
श्री धर्मपाल ने कहा कि दुग्ध विकास विभाग को 31 हजार करोड़ रूपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। प्राप्त निवेश प्रस्तावों की नियमित समीक्षा की जाए। उ0प्र0 दुग्धशाला विकास एवं दुग्ध उत्पाद प्रोत्साहित नीति-2022 के अंतर्गत प्रदेश में स्थापित होने वाले दुग्ध उद्योग की इकाईयों को वित्तीय अनुदान, रियायतें एवं अन्य सुविधायें प्रदान किये जाने में किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता न बरती जाये। पशुधन मंत्री ने पशुआंे की सेवा हेतु मोबाइल यूनिट, लम्पी रोग के नियंत्रण, मिशन एआई एवं टीकाकरण आदि कार्यों हेतु विभागीय अधिकारियों की प्रशंसा की और कहा कि आगामी वित्तीय वर्ष में भी पशुधन विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन में समयबद्धता का पूरा ध्यान रखते हुए कार्ययोजना बनाकर कार्य किया जाए। वित्तीय स्वीकृतियॉ समय से जारी कराया जाय, ताकि लम्बित योजनाओं को तेजी से क्रियान्वयन सुनिश्चित हो सके।
बैठक में अपर मुख्य सचिव पशुधन एवं दुग्ध विकास डा0 रजनीश दुबे ने मंत्री जी को पशुधन एवं दुग्ध विकास विभाग के बजट की अद्यतन स्थिति एवं आगामी कार्ययोजना से अवगत कराते हुए समयबद्ध रूप से कार्यों के संपादन के लिए आश्वस्त किया।
बैठक में पशुधन विभाग के प्रमुख सचिव श्री देवेन्द्र पाण्डेय, दुग्ध आयुक्त श्री शशिभूषण लाल सुशील, पीसीडीएफ के प्रबंध निदेशक श्री कुणाल सिल्कू, पशुधन विभाग के निदेशक प्रशासन एवं विकास डा0 इन्द्रमणि तथा शासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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