उत्तर प्रदेश

सभी आकांक्षात्मक विकासखण्डों के सुधारात्मक प्रयास इन क्षेत्रों का कायाकल्प करने वाले सिद्ध हो रहे: सीएम

लखनऊउत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश के आकांक्षात्मक विकास खण्डों की वार्षिक प्रगति की समीक्षा की और ओवरऑल डेल्टा रैंकिंग तथा विषयगत क्षेत्र-वार डेल्टा रैंकिंग में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विकास खण्डों को पुरस्कृत करने के दिशा-निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आकांक्षात्मक जनपदों की तर्ज पर राज्य में जारी आकांक्षात्मक विकासखण्डों के सामाजिक-आर्थिक सुधार के नियोजित प्रयासों में आशातीत सफलता मिली है। कुल 34 जनपदों से चयनित सभी 100 आकांक्षात्मक विकासखण्डों में स्वास्थ्य और पोषण, शिक्षा, कृषि और जल संसाधन, वित्तीय समावेशन, कौशल विकास तथा आधारभूत संरचना आदि क्षेत्रों के तय 75 इंडिकेटर्स पर जारी सुधारात्मक प्रयास इन पिछड़े क्षेत्रों का कायाकल्प करने वाले सिद्ध हो रहे हैं।
आकांक्षात्मक विकास खण्डों की प्रथम वार्षिक रिपोर्ट (मार्च, 2022 से मार्च, 2023) अच्छे संकेत देने वाली है। इसके अनुसार, मार्च, 2022 में मात्र 33 इंडीकेटर्स में 50 से अधिक आकांक्षात्मक विकास खण्ड संबंधित इंडीकेटर्स के राज्य औसत से ऊपर थे, जबकि मार्च, 2023 में 63 इंडीकेटर्स में 50 से अधिक आकांक्षात्मक विकास खण्ड संबंधित इंडीकेटर्स के राज्य औसत से ऊपर हो गए है। वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, मार्च, 2022 से मार्च, 2023 के मध्य 07 इंडीकेटर्स में समस्त आकांक्षात्मक विकास खण्डों में सुधार हुआ है। 50 इंडीकेटर्स में 70 से अधिक आकांक्षात्मक विकास खण्डों में सुधार देखने को मिला है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 99 आकांक्षात्मक विकास खण्डों में मैम (मॉडरेट एक्यूट मैलन्यूट्रिशन) बच्चों में कमी दर्ज होना संतोषप्रद है। स्वास्थ्य प्रणाली में गर्भवती महिलाओं के पंजीकरण की दर औसतन 70 प्रतिशत से बढ़कर 91 प्रतिशत तक पहुंचना और संस्थागत प्रसव औसतन 44 प्रतिशत से बढ़कर 67 प्रतिशत होना, हमारे प्रयासों के सही दिशा में होने का प्रमाण है।
आकांक्षात्मक विकास खण्डों में आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत गोल्डन कार्ड के वितरण में औसतन 38 प्रतिशत से 73 प्रतिशत की सार्थक वृद्धि है। इसी प्रकार, समस्त 100 आकांक्षात्मक विकास खण्डों के शत-प्रतिशत राजकीय विद्यालयों में पेयजल व्यवस्था क्रियाशील की जा चुकी है। 99 आकांक्षात्मक विकास खण्डों में निराश्रित गौवंश हेतु गौशालाएं क्रियाशील हैं। समस्त 100 आकांक्षात्मक विकास खण्डों की प्रत्येक ग्राम पंचायत में जन सेवा केंद्र की स्थापना की जा चुकी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले आकांक्षात्मक विकास खण्डों को सम्मानित किया जाएगा। ओवरऑल डेल्टा रैंकिंग और विषयगत क्षेत्र-वार डेल्टा रैंकिंग में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले आकांक्षात्मक विकास खण्डों को आर्थिक प्रोत्साहन दिया जाएगा।
ज्ञातव्य है कि मार्च 2022 से मार्च 2023 तक ओवरऑल डेल्टा रैंकिंग में जनपद कुशीनगर का विष्णुपुरा विकास खण्ड सर्वश्रेष्ठ रहा है। इसी प्रकार, विषयगत क्षेत्र-वार डेल्टा रैंकिंग के अंतर्गत चिकित्सा एवं पोषण में मझगवां (बरेली), शिक्षा में वजीरगंज (बदायूँ), कृषि एवं जल संसाधन में भीटी (अम्बेडकर नगर), वित्तीय समावेशन एवं कौशल विकास में फतेहगंज (बरेली) और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवेलपमेंट के इंडिकेटर पर सोहांव (बलिया) विकास खण्ड प्रथम स्थान पर रहा है। मुख्यमंत्री जी ने इन सभी विकास खण्डों के उत्कृष्ट प्रदर्शन पर नियमानुसार प्रोत्साहन धनराशि प्रदान किये जाने के निर्देश दिए।
अप्रैल, 2022 से मार्च, 2023 तक ओवरऑल डेल्टा रैंकिंग के आधार प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विकास खण्डों को 2 करोड़ रुपये और विषयगत क्षेत्र-वार डेल्टा रैंकिंग के आधार पर प्रत्येक विषयगत क्षेत्र में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले आकांक्षात्मक विकास खण्डों को 60 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इस वर्ष की रिपोर्ट के आधार पर श्रेष्ठ विकास खण्डों को इसके अनुसार सम्मानित किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आकांक्षात्मक विकास खण्डों की प्रगति की मासिक रिपोर्ट नीति आयोग को भी उपलब्ध कराई जाए। डेटा की शुद्धता के लिए नियोजन विभाग को सजग रहना होगा। डेटा का भौतिक सत्यापन भी कराया जाए। डेटा जितना शुद्ध होगा, हमारे प्रयास उतनी ही सही दिशा में हो सकेंगे। बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में जहां शिक्षकों का अभाव हो वहां तकनीक का प्रयोग करते हुए ऑनलाइन शिक्षा व्यवस्था की जाए। इन कक्षाओं की मॉनीटरिंग भी की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आकांक्षात्मक विकास खण्डों में तैनात सी0एम0 फेलो अच्छा कार्य कर रहे हैं। इनके प्रदर्शन/योगदान की मासिक रैंकिंग तैयार की जाए। आवश्यकतानुसार इनकी ट्रेनिंग कराई जाए। इस कार्यक्रम से शोधार्थियों को विकास के विभिन्न क्षेत्रों को समझने तथा उनमें सहयोग करने का सुअवसर प्राप्त हो रहा, जो उनके भविष्य निर्माण में सहायक होगा। अनुभवी सी0एम0 फेलो को राज्य सरकार के अधीन होने वाली स्थायी नियुक्तियों के दौरान आयु में छूट तथा वेटेज का लाभ भी दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आकांक्षात्मक विकास खण्ड वाले 34 जनपदों के प्रभारी मंत्री, जब भी जनपदीय भ्रमण पर जाएं तो इन विकास खण्डों की स्थिति का परीक्षण जरूर करें। सी0एम0 फेलो से संवाद करें तथा प्रगति का अनुश्रवण करें। विगत छह वर्षाें में वित्तीय समावेशन के क्षेत्र में सराहनीय प्रयास हुए हैं। आकांक्षात्मक विकास खण्ड को केंद्रित रखते हुए ऋण मेले लगाए जाएं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आकांक्षात्मक विकासखण्डों का विकास हमारी प्राथमिकता है। यहां मैनपावर की कोई कमी नहीं होनी चाहिए। यह सुनिश्चित किया जाए कि, इन विकास खण्डों में खण्ड विकास अधिकारी, खण्ड शिक्षा अधिकारी, ए0डी0ओ0 पंचायत, सी0डी0पी0ओ0, पशु चिकित्सा अधिकारी, राजस्व कर्मी आदि की तैनाती रहे। इन क्षेत्रों में अपेक्षाकृत युवा, ऊर्जावान और विजनरी अधिकारियों की तैनाती की जाए।

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